दिल्ली से UP बिहार के गरीब प्रवासी मजदूरों को धोखे से बाहर निकलवाने की आत्मग्लानि से भरे केजरीवाल ने अपनी छवि बचाने के लिए रचा नया ड्रामा. दिल्ली में बसे रोहंगिया के लिए आज तक कोई अप्पति न करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मकानमालिकों से कहा कि आप यदि मुझे अपना बेटा मानते हैं तो आप अपने किरायेदारों से एक-दो महीने तक किराया देने के लिए मजबूर नहीं करेंगे….ऐसे इमोशनल मैसेज देकर केरीवाल अपनी आत्मलग्लानी पे पर्दा डालने के कोशिश करते दीखते हैं…जब पूरे देश में प्रवासी मजज़ूरों को दिल्ली से बाहर करने पे सोशल मीडिया में कड़ा विरोध हुआ…तो केजरीवाल ने अचानक मानवता का ड्रामा करके अपनी छवि बचाने के कोशिश की !
लगता है राजनीती के बाद अब केजरीवाल बॉलीवुड में हाथ आज़माना चाहते हैं. हर तीसरे दिन अपने काले कारनामो पे पर्दा डालने वाले केजरीवाल लोगों को भनात्मक रूप से मूर्ख बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते ! गौरतलब है कि जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से अब तक 26 हजार से अधि की मौत हो चुकी है, और 5.5 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं इन विषम परिस्थितयों में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल नए नए हथकंडे अपना के अपने राजनीतिक लोभ को पोषित कर रहे हैं

दिल्ली से UP बिहार के गरीब श्रमिकों के बाहर का रास्ता दिखने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि यदि लॉकडाउन (बंद) का पालन नहीं किया जाता है तो देश कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में नाकाम हो जाएगा….और जबकि उनकी खुद के सरकार ने इसी बेवकूफी को अंजाम देने के लिए पूरी दिल्ली ने अफवाह उड़वा दी की अगले 3 -4 महीने तक लोक डाउन की स्थिति रहने वाली है... दिल्ली में इतना बड़ा स्कैंडल करवाने के बाद उन्होंने फिलोसोफर की तरह मीडिया में उपदेश देने शुरू किये की “बंद के कारण अपने गृहराज्यों की ओर पलायन कर रहे प्रवासी श्रमिकों को भरोसा दिलाया कि सरकार ने उनके भोजन एवं ठहरने का प्रबंध किया है…अब जनाब केजरीवाल से पूछा जाये जब इतने जिममेआरी वाले प्रयोजन करने ही थे तो फिर दिल्ली से UP बिहार के श्रमिकों को धूर्तता करके क्यों बाहर खदेड़ा गया ? क्या केजरीवाल आम जनता को मूर्ख समझते हैं या स्वयं को महा अवतार मानने की ग़लतफ़हमी में जी रहे हैं ?
केजरीवाल दुनिया के सामने अपनी छवि अच्छी बनाये रखने के लिए मीडिया के सामने काफी संजीदा नज़र आते हैं, पर अंदर ही अंदर शकुनि वाली राजनैतिक चालें चलके लोगों और मीडिया को गुमराह करने की कोशिश करते हैं . नए नए राजनैतिक पैंतरे इस्तेमाल करने वाले केजरीवाल की अब नज़र बिहार के आने वाले विधानसभा चुनावो पे है और उसी कारन अब अपने गुप्त सलाहकार प्रशांत किशोर के साथ मिल के नए नए हथकंडे अपना रहे हैं ताकि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों को विफल करके अपनी राजनैतिक छवि उठाई जा सके…और लोगों में ये संदेश दिया जाए की राष्ट्रिय स्तर पे मोदी कोरोना से जूझने में विफल हुए हैं जबकि वो बहुत नेक और दयालु विचारों वाले व्यक्ति हैं !