छात्रों के लिए जल्दी ही अच्छी खबर आने वाली है प्रदेश की जय राम सरकार इस पर फैसला लेगी। प्रदेश के दस डिग्री कॉलेजों में उत्कृष्ट एवं दक्षता केंद्र खोलने पर हिमाचल मंत्रिमंडल वीरवार को बैठक में फैसला ले सकता है। शिक्षा विभाग बैठक में इसकी प्रस्तुति देगा।
योजना के तहत प्रति वर्ष 2500 विद्यार्थियों को रोजगार और 500 विद्यार्र्थियों को स्वरोजगार उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है।विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के दृष्टिपत्र में की गई घोषणा को पूरा करने के लिए ये केंद्र खोले जाने हैं। इन केंद्रों के माध्यम से ही बड़ी कंपनियों में विद्यार्थियों को प्लेसमेंट दिलाई जाएगी।
केंद्रों में छात्रों की कॅरिअर काउंसलिंग की जाएगी। विद्यार्थियों को आईडी के साथ रजिस्टर करने के बाद उनकी दिलचस्पी के हिसाब से ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। निजी कंपनियों के उच्च अधिकारियों को कॉलेजों में बुलाकर रोजगार के टिप्स दिए जाएंगे।
देश व विदेश के विभिन्न प्रतिष्ठित उद्योगों की जरूरतों के हिसाब से विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रारंभिक चरण में दस कॉलेजों से शुरुआत कर प्रदेश के सभी कॉलेजों को चरणबद्ध तरीके से जोड़ा जाएगा। राज्य परियोजना अवलोकन एवं नवीन प्रयास इकाई के तहत शिक्षा विभाग उत्कृष्ट एवं दक्षता केंद्र स्थापित करेगा।
इन कॉलेजों में खुलेंगे उत्कृष्ट केंद्र- शिमला में कोटशेरा और संजौली, सोलन में सोलन और नालागढ़, सिरमौर में पांवटा साहिब, हमीरपुर में नादौन, कांगड़ा में धर्मशाला, मंडी, ऊना और बिलासपुर कॉलेज में ये केंद्र खोले जाएंगे।