कांग्रेस की गंदी राजनीती आज एक बार फिर से सबके सामने एक्सपोज हो चुकी है। कांग्रेस के पास मोदी सरकार के खिलाफ कुछ भी बोलने के लिए नहीं है ना ही कोई मुद्दा है यही वजह है आज कांग्रेस के नेता झूठ का सहारा ले रहे हैं। आज हम यहां बात करेंगे हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमदित्य की जो एक कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं। विक्रमदित्य अकेले नहीं हैं उनके साथ हिमाचल कांग्रेस आईटी के प्रमुख अभिषेक राणा भी हैं जिन्होंने एक साथ हिमाचल की जनता को झूठ दिखाकर गुमराह करने की कोशिश की।
इन दोनों नेताओं ने अपने फेसबुक के आधिकारिक पेज पर एक फोटो शेयर किया जिसकी सचाई आज हम आपके सामने लेकर आये हैं। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप भी ये सोचने पर मजबूर हो जायेंगे की क्या हमें इन नेताओं की किसी भी डाली हुई पोस्ट पर विश्वास करना चाहिए ?
राजेंद्र राणा कांग्रेस नेता के सपुत्र अभिषेक राणा के फेक पोस्ट
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र जी के सपुत्र विक्रमदित्य का फेक पोस्ट
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि, केंद्र की भाजपा के नेतृत्व वाली मोदी सरकार ने देश की प्रमुख सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन को उद्योगपति गौतम अडाणी को बेच दिया है। वायरल हो रही पोस्ट में एक तस्वीर है… जिसमें इंडियन ऑयल के साथ अडाणी गैस लिखा हुआ है। ये किसी पेट्रोल पंप की बताई जा रही है।
पोस्ट करते हुए ये महाशय जनता को ये बताना चाहते है की गैस स्टेशन पर लिखा है, इंडियन ऑयल-अडाणी गैस। यानी इंडियन ऑयल बिक गया है अडानी के हाथो । खुद सरकारी संस्था प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने भी इस खबर का फैक्ट चेक किया है। खुद उन्होंने भी इस तस्वीर को फेक बताया है। हम भी सबूत के साथ आपको बता रहे हैं की ये सब कांग्रेस का फैलाया झूठ है।
‘Indian Oil-Adani Gas Private Limited (IOAGPL)’ was incorporated on 04 October 2013, during the time of the Congress Government.
पीआईबी ने बुधवार को ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी भी साझा की है , PIB Fact Check,और न्यूज़ एजेंसी द्वारा चेक करने के बाद जो सचाई सामने आई है उसमें यह दावा फर्जी पाया गया है। वायरल तस्वीर में इंडियन ऑयल-अडानी गैस प्रा. लि. लिखा गया है जो कि जो की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। इंडियन ऑयल और अडानी गैस एक जॉइंट वेंचर कंपनी है। आपको जानकर हैरानी होगी ये समझौता भी कांग्रेस राज में 2013 में हुआ था।
कांग्रेस के समय इंडियन ऑयल-अडाणी गैस प्राइवेट लिमिटेड (IOAGPL) के संयुक्त उद्यम को 4 अक्टूबर 2013 को बनाया गया था। उद्यम सिटी गैस वितरण के कारोबार में संलग्न है। 2013 में अडाणी गैस लिमिटेड ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के साथ एक रणनीतिक 50-50 संयुक्त उद्यम में तैयार किया था।
इसे खोल कर देख लें की कांग्रेस कितना झूठ बोलती है इसमें साफ़ लिखा है 2013 में ये समझौता हुआ है और उस समय सत्ता में कांग्रेस थी।
ये निचे दिए गए न्यूज़ लिंक को खोलकर भी पढ़े सचाई आपके सामने खुद आ जाएगी।
आखिर कांग्रेस की मजबूरी क्या है जो अब उसे मोदी सरकार के खिलाफ झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है ?