मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जिस कार्यशैली के नेता हैं उसी कार्यशैली में पिछले साढ़े तीन सालों से काम करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। जनता के दुःख दर्द को समझने वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक और बड़ा कदम अब उठाया है। हिमाचल में अब टीबी मरीजों का एमआरआई और सीटी स्कैन फ्री होंगे। प्रदेश की जयराम सरकार ने क्षय रोग निर्वाण योजना के तहत टीबी के रोगियों के लिए एमआरआई और सीटी स्कैन टैस्ट फ्री कर दिया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल काॅलेजों और अस्पतालों के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। हालांकि एमआरआई की सुविधा आईजीएमसी व आरपीएमसी टांडा जैसे बड़े अस्पतालों में ही मिल रही है। इससे अब टीबी के मरीजों को काफी राहत मिलेगी।
आमतौर पर जो टीबी का रोगी होता है उसे बार-बार एक्स-रे करवाए जाते हैं। इससे यह पता चलता है कि टीबी फेफडों में कितना फैल रहा है। यदि एक्स-रे साफ नहीं आता है तो ऐसे में डाॅक्टर सीटी स्कैन व एमआरआई की सलाह भी देते हैं। अभी तक उन्हें एमआरआई करवाने में करीब 2500 रुपए खर्च करने पड़ते थे, इसी तरह सीटी स्कैन में भी 1500 रुपए तक खर्च हो जाते थे। हालांकि टीबी के मरीज को पहले से अन्य टैस्ट और दवाएं फ्री दी जाती हैं लेकिन अब एमआरआई और सीटी स्कैन फ्री होने से उनका इलाज में कोई खर्च नहीं होगा।
जानकारी के अनुसार जिला शिमला में टीबी मरीजों की संख्या करीब 1700 है। कोरोना के बाद टीबी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। आईजीएमसी के प्लमोनरी मैडीसन विभाग में रोजाना कई मरीज ऐसे जांच के लिए आ रहे हैं, जिन्हें पहले कोरोना हुआ था और अब उनके फेफड़ों में दिक्कत है। टैस्टिंग के बाद पता चलता है कि मरीज को टीबी हो चुका है। लिहाजा सरकार ने अब दो बड़े टैस्ट फ्री करके टीबी मरीजों के लिए पूरा इलाज लगभग फ्री कर दिया है।