बागबानी क्षेत्र के विस्तार में एचपी शिवा परियोजना अहम रोल अदा करेगी। गर्म जलवायु वाले निचले क्षेत्रों में बागबानी से लोगों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में उपोष्णकटिबंधीय बागबानी, सिंचाई एवं मूल्य संवर्धन परियोजना (एचपी शिवा) प्रदेश सरकार की अभिनव पहल है।
परियोजना के अंतर्गत बीज से बाजार तक की संकल्पना के आधार पर बागबानी विकास किया जाएगा। एशियन विकास बैंक के सहयोह से क्रियान्वित की जा रही कुल 975 करोड़ लागत की इस परियोजना में 195 करोड़ रुपए सरकार का अंशदान है।
इस परियोजना के अंतर्गत सिंचाई सुविधा के साथ-साथ फलों की बेहतर किस्मों से बागबानी क्षेत्र में क्रांति लाने के उद्देश्य से अमरूद, लीची, अनार और नींबू प्रजाति के फलों के पायलट परीक्षण के लिए एशियन विकास बैंक मिशन द्वारा लगभग 75 करोड़ रुपए से वित्तपोषित योजना तैयार की गई, जिसमें बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा जिलों के 12 विकास खंडों के 17 समूहों के अंतर्गत लगभग 200 हेक्टेयर क्षेत्र के किसानों का चयन कर सभी समूहों में पौधरोपण का कार्य किया है। मुख्य परियोजना के लिए प्रदेश के सात जिलों सिरमौर, सोलन, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी के 28 विकास खंडों में 10000 हेक्टेयर भूमि की पहचान की गई है, जिससे 25,000 से अधिक किसान परिवार लाभान्वित होंगे।