जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और दो अन्य के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलेगा। दिल्ली सरकार ने मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने दिल्ली पुलिस के हवाले से ये जानकारी दी।आपकी जानकारी के लिए हम बता दें की इतने समय से केजरीवाल सरकार ने JNU के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बचा कर रखा हुआ था जिस वजह से आप सरकार की किरकिरी हो रही थी। पर भाजपा और राष्ट्रवादियों के दबाव के आगे केजरीवाल को आखिर में झुकना ही पड़ा।
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अभी हाल में कहा था कि राजद्रोह का केस चलाने की मंजूरी पर फैसला संबंधित जल्द ही लेेेेेेगा।इससे पहले 19 फरवरी को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दिल्ली सरकार से इस मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी। कोर्ट ने कहा था कि तीन अप्रैल तक दिल्ली सरकार अपनी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे। इसके अलावा कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से कहा था कि वह दिल्ली सरकार को केस चलाने की मंजूरी देने के लिए रिमांडर भेजे।
भाजपा नेता नंदकिशोर गर्ग कन्हैया कुमार और अन्य के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने की न मंजूरी देने का आरोप लगाते हुए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। हाई कोर्ट ने इस मामले में भाजपा नेता की याचिका खारिज करते हुए कहा था कि नियमों और कानून के आधार पर इस पर फैसला दिल्ली सरकार को लेना है। हाई कोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद भाजपा नेता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने इस मामले पर फैसला दिल्ली सरकार पर छोड़ा था।
9 फरवरी 2016 को जेएनयू कैंपस में देशद्रोह के नारे लगे थे। कन्हैया कुमार और पूर्व जेएनयू छात्र अनिर्बान और उमर खालिद समेत अन्य लोगों पर देशद्रोह के नारों का समर्थन और जुलूस में शामिल होने का आरोप लगा था। इस सबंध में दिल्ली पुलिस पिछले साल 14 जनवरी को कन्हैया समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। दिल्ली पुलिस की 1200 पन्ने की चार्जशीट में कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य समेत 36 छात्रों का नाम शामिल था। दिल्ली सरकार ने अभी तक मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं दी थी।
Author: Viral Bharat
From the desk of talentd writers of ViralBharat.Com