हिमाचल प्रदेश की जनता को जय राम सरकार ने एक और तौफा दिया है जिसकी चर्चा प्रदेश भर में हो रही है.हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने मुख्यमंत्री निरोग योजना शुरू की है. इस योजना की लांचिंग की सरकार ने तैयारियां भी शुरू कर दी है. कुछ दिनों में सरकार इस योजना की लांचिंग करने जा रही है. स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने इसकी पुष्टि की है.
अपने ९ महीने के कार्यकाल में ही जय राम सरकार ३२ ऐसी योजनाएं चला चुकी है जोकि प्रदेश की जनता को सीधा लाभ दे रही है.इसी कड़ी में शुरू हो रही इस योजना से भी लोगों को पूरा लाभ मिलेगा।इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा उन गरीब लोगों को होगा जोकि पैसे की कमी के कारण अपने टेस्ट नहीं करवा पाते थे.
स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि बीपी, शुगर सहित कई ऐसी बीमारियां हैं जो शरीर के भीतर पैदा होती हैं. समय पर परीक्षण न होने के कारण इन बीमारियों की जानकारी देरी से मिलती है और हमारा नुकसान बहुत ज्यादा हो जाता है. मुख्यमंत्री निरोग योजना के तहत हिमाचल में हर व्यक्ति का मुफ्त परीक्षण किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बीपी, शुगर, आई टेस्ट सहित कई ऐसी बीमारियां चिन्हित की गई हैं जो संक्रमण से नहीं फैलती हैं. ऐसी बीमारियों का अस्पतालों में परीक्षण के उपरांत रोकथाम की कोशिश की जाएगी. इस योजना के तहत मरीजों को मुफ्त दवाएं भी दी जाएंगी.हिमाचल प्रदेश की नई सरकार ने अपना नया बजट 2018 -19 की घोषणा जब की थी तो इस बजट में हिमाचल प्रदेश के निवासियों को कई सौगाते दी थी । अपने इस बजट में मुख्यमंत्री ने (Mukhyamantri Nirog Yojana/Scheme) ‘मुख्यमंत्री निरोग योजना’ की घोषणा की थी ।
सरकार ने अपनी कई नीतियों का बदलाब किया है।सरकार पहले 66 निशुल्क दवाये देती थी। अब उस की जगह 330 दवाइयां स्वास्थ्य केन्द्रों में निशुल्क दी जाएगी। इस दबाओ के साथ सरकार 8 साल तक के बच्चों के लिए निशुल्क इन्सुलिन और हिमोफिलिया की दवाई भी देगी। अब तक मिसल व रूबेला जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए 95 फीसदी टीकाकरण हुआ था। अब सरकार का टार्गिट इसे 100 फीसदी करने का है। इस बजट सत्र में मुख्यमंत्री ने 50 करोड़ का प्रावधान किया था !
हिमाचल प्रदेश सरकार प्रदेश के हर परिवार को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान करने जा रही है।
* राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण योजना के तहत गंभीर बीमारी जैसे हार्ट की बाईपास सर्जरी, ब्रेन सर्जरी व अन्य बीमारी की स्थिति में अस्पताल में भर्ती होने पर हर परिवार को पांच लाख रुपये प्रति वर्ष तक की स्वास्थ्य सुरक्षा दी जाएगी।
* इस योजना का उद्देश्य इसे विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना बनाना है।
* हिमाचल प्रदेश ने अपनी इस नई पहल से दूर-दराज के 50 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को टेलीमेडिसिन सुविधा देने जा रही है।
* इस सेबा टेलीमेडिसिन के माध्यम से दूर-दराज क्षेत्रों में नागरिकों को स्वास्थ्य देख-भाल सेवा न्यूनतम खर्च पर उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
* वर्तमान में केलांग, काजा तथा पूह में टेलीमेडिसिन कार्यक्रम चल रहा है पांगी में भी शुरू किया जाएगा।
* स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के लिए 2,302 करोड़ का बजट का प्रावधान है।
* प्रदेश का स्वास्थ्य बजट देश के सभी राज्यों में प्रति व्यक्ति सर्वाधिक स्वास्थ्य बजट है।
Author: Viral Bharat
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