मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी दो दिन के ऊना प्रवास पर हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने करोड़ों की योजनाओं के शुभारंभ किये। मुख्यमंत्री जी ने कहा की पुरे प्रदेश का विकास करना हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है। आज भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने अपने दिन की शुरुआत करोड़ों की विकासात्मक योजनाओं के शुभारंभ से की है। इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने स्कूल के बच्चों के साथ मिलकर उनके साथ सवाल जवाब किये।
बच्चों ने मुख्यमंत्री जी को अपने बीच पाकर उनके साथ सेल्फी लेने का मौका नहीं गवाया और बच्चों ने मुख्यमंत्री जी के साथ जमकर सेल्फी खिंचवाई। ये पहली बार ऐसा नहीं हुआ है इससे पहले भी कई बार जब भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी बच्चों से मिले हैं तो वो बच्चों के साथ बच्चे बन जाते हैं। यही वजह है की आज उनकी ईमानदारी और अलग तरह की कार्यशैली के बच्चे बड़े बुड्ढे सब दीवाने हैं।
जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने छात्राओं से पूछा नेता तो नहीं बनना ? तो देखें छात्राओं की तरफ से मुख्यमंत्री जी को क्या जवाब मिला।
आपको याद होगा पिछले साल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी जब अपने स्कूल बगस्याड पहुंचे थे। जहां सैकड़ों बच्चों ने करीब 400 मीटर लंबी कतार में हाथ में फूल लेकर अपने स्कूल के अनमोल मोती का जोरदार स्वागत किया था। जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी अपने स्कूल प्रांगण में पहुंचे थे तो वो भावुक हो गए थे।मुख्यमंत्री जी उस दौरान ‘अखंड शिक्षा ज्योति मेरे स्कूल से निकले मोती’ योजना के शुभारंभ पर अपने स्कूल पहुंचे थे.
आपको जानकर हैरानी होगी की स्कूली बच्चों ने उस समय भी मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी से खूब सवाल दागे थे। उस दौरान बच्चों ने मुख्यमंत्री जी को रोल मॉडल मानते हुए न केवल भविष्य निर्धारण की राह के टिप्स लिए बल्कि स्कूली जीवन के संघर्ष को भी उनके साथ साझा किया था। आज हम आपके लिए उस समय के कुछ सवाल जवाब आपके लिए लेकर आये हैं जो बच्चों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी से पूछे थे और मुख्यमंत्री जी ने भी बच्चों को निराश नहीं किया था और उनके सवालों के जवाब दिए थे।
उस समय बच्चों के पूछे गए सवाल सीएम के जवाब :-
जमा दो कक्षा के छात्र युगल ने सीएम से सवाल किया था – जीवन का आदर्श किसे मानते हो?
मुख्यमंत्री जी ने कहा था यह कठिन प्रश्न है लेकिन, कोई भी व्यक्ति संपूर्ण नहीं है। जिन गुरुजनों नेउन्हें शिक्षा दी है, वही उनके आदर्श हैं।
जमा दो की छात्रा सीमा ने पूछा था – मंडी के पहले सीएम बनने पर कैसा अनुभव हुआ?
मुख्यमंत्री जी ने जवाब देते हुए कहा था की मुख्यमंत्री बनने में मजे जैसी कोई बात नहीं है। 10 माह का कार्यकाल हुआ है लेकिन मैंने एक भी छुट्टी नहीं ली है।
जमा दो कक्षा की छात्रा मुस्कान ने सवाल पूछा था – राजनीति को क्यों चुना?
मुख्यमंत्री जी बोले – मेरा राजनीति में आने का कोई विचार नहीं था। पढ़ाई करके नौकरी करना चाहते थे। लेकिन कॉलेज में छात्र राजनीति के समय उनके जीवन में ऐसा मोड़ आया कि अकस्मात राजनीति की शुरुआत हो गई। इसी तरह से यह क्रम बढ़ता गया।
जमा दो कक्षा के रितिक ने पूछा था – शिखर पर पहुंचने के लिए क्या कठिनाइयां हुईं?
मुख्यमंत्री जयराम जी ने कहा कि कठिनाइयों का तो पूछो मत। 1993 के बाद उनके कदम नहीं रुके। वे सराज के घर-घर पहुंचे और कड़ी मेहनत की। जिसके परिणाम आने के बाद वह शिखर पर पहुंचे हैं।
उसके बाद जमा एक के मासूम ने पूछा – सफलता का श्रेय किसे देंगे?
मुख्यमंत्री जी ने जवाब दिया था कि – सराज की जनता को। इस दौरान सभी ने तालियां बजाकर सीएम का स्वागत किया था ।
ये कुछ बातें हैं जो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी को दूसरों से अलग बनाती हैं। अगले महीने जयराम सरकार को दो साल पुरे होने जा रहे हैं। इन दो सालों के कार्यकाल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने प्रदेश के विकास के लिए एक नहीं कई अहम कदम उठाये साथ ही कई ऐसी योजनाओं की शुरुआत की जिसका लाभ आज पूरा प्रदेश ले रहा हैं। फिर चाहये वो हिमकेयर योजना हो या फिर गृहणी सुविधा योजना हो प्रदेश की जनता को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ने जनमंच के बाद मुख्यमंत्री हेल्पलाइन सेवा को शुरू करके दिखा दिया की जमीन से जुड़ा हुआ नेता कभी अपना अतीत नहीं भूलता वो हमेशा जमीन से जुड़ा हुआ ही रहता है। यही वजह है आम जनता की समस्याओं के निवारण के लिए इतनी अच्छी योजना की शुरुआत मुख्यमंत्री जी ने की है।
प्रदेश की जनता को ईमानदार कार्यशैली वाले अपने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी से बहुत उमीदें हैं और मुख्यमंत्री भी प्रदेश की जनता की उमीदों पर खरा उतरते हुए प्रदेश के विकास के लिए निरंतर लगे हुए हैं।
Author: Viral Bharat
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