उच्च रक्तचाप आम समस्या बन चुकी हैं, दौड़ बाह्ग की ज़िन्दगी, असन्तुलित आहार, जंक फ़ूड, पर्यपात आराम और ढेर सारा तनाव – नतीजा हाई ब्लड प्रेशर. इस भागम भाग में ये साधारण और सुलभ होने वाले फल दैनिक जीवन में करें और हाई ब्लड प्रेशर को अपने पास फटकने ने दें !
निम्बू : हृदय की कमज़ोरी दूर करने का सबसे आसन उपाय निम्बू हैं. निम्बू में वो सारे विशेष गुण हैं जिनसे निरंतर प्रयोग से रक्तवाहिनियों में लचक और कोमलता आ जाती है। और इनकी कठोरता दूर हो जाती है। इसलिए उच्च रक्तचाप जैसे रोग को दूर करने में निम्बू उपयोगी है। इससे बुढ़ापे तक हृदय शक्तिशाली बना रहता है एवं हृदयाघात का भय नहीं रहता है। कैसा भी ब्लड प्रेशर हो, पानी में निम्बू निचोड़कर दिन में कई बार पीने से लाभ होता है। प्रात: एक निम्बू का रस चाय जैसे गर्म पानी में मिलकर पीना बहुत हितकारी है। अगर चाय में निम्बू मिलकर न पी सकते हों तो सलाद में, या शिकंजवी बना के भी रोज़ पिया जा सकता हैं !
नारंगी : नारंगी भी उच्च रक्तचाप कण्ट्रोल करने में बहुत सहायक हैं, दिन में दो बार नारंगी नित्य खाते रहें, रक्तचाप सामान्य रहेगा। नित्य आदत डाल के प्रात: भूखे पेट एक गिलास नारंगी का रस पियें और रात को सोते समय एक गिलास गर्म दूध पियें। इनमे पोटैशियम और कैल्शियम पाया जाता है। पोटैशियम और कैल्शियम की मात्रा बढ़ाकर रक्तचाप कम किया जा सकता है जो नारंगी और दूध के सेवन से बढ़ जाते हैं। ये मिनरल्स उच्च रक्तचाप के जिम्मेदार सोडियम का स्तर बढ़ने से किडनी को होने वाले नुक्सान से बचाव करते हैं।
आंवले : आंवले में सोडियम कम करने की क्षमता होती है, इसलिए रक्तचाप के रोगी के लिए आंवले का उपयोग लाभदायक है। यह रक्त बढ़ाने और साफ़ करने में सहायक है तथा इससे शरीर को आवश्यक रेशा (फाइबर) मिलता है। आंवले का मुरब्बा नित्य प्रात: खाने से उच्च रक्तचाप ठीक हो जाता है। आंवला रक्तशोधक है।
केले : केले में सोडियम कम होता है, पोटैशियम अधिक होता है जो उच्च रक्तचाप नियंत्रण के लिए आवश्यक है। इस कारण से उच्च रक्तचाप की रोकथाम में यह सहायक होता है। अभी यू एस फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने वहां के केला उद्योग को यह कहने के लिए स्वीकृति प्रदान की है के “केला खाने से उच्च रक्तचाप तथा हृद्य घात होने की आशंका कम होती है।
Author: Viral Bharat
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