अपने अद्भुत बयानों के लिए मशहूर दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से BJP सरकार के नोटबन्दी मामले में आरोप लगाया है की इससे कई हज़ार करोड़ का घोटाला हुआ है, हालाँकि दिग्विजय सिंह इस बात का कोई प्रमाण नहीं दे पाए की कैसे घोटाला हज़ारों करोड़ का है !
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि नोटबंदी के फैसले की जानकारी सरकार में शामिल कुछ लोगों को थी जिसके कारण करीब 30 हजार करोड़ से अधिक का कालाधन देश से बाहर भेजा गया। सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले की जानकारी सरकार में शामिल कुछ लोगों को पहले से ही थी और इसी वजह से करीब 30 हजार करोड़ से अधिक का कालाधन देश से बाहर भेज दिया गया।
हालाँकि इस बात का कोई तथ्य या प्रमाण दिग्विजय सिंह नहीं रख पाय की कैसे ३० हज़ार करोड़ देश से बहार गया, और उनके पास इस जानकारी का कोई प्रमाण है की नहीं. हमेशा विवादों में रहने के शौकनीन दिग्विजय मोदी सरक पे आरोप लगाने का कोई मौका नहीं चूकते, उन्होंने नोटबंदी से कालाधन पर अंकुश लगाने के निर्णय को केन्द्र सरकार की विफलता बताया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि नोटबंदी से पूर्व देश के कई राज्यों में करोड़ों रुपए बैंक में जमा करा दिए गए और उसके बाद उन्हीं रुपयों से अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का जिला मुख्यालयों में कार्यालय के लिए जमीन खरीदी गई। पर इस मामले में भी वो कोई पुख्ता जानकारी या सबूत नहीं दे पाए.
आरोप लगाने में महारत तो दिग्विजय सिंह को कई वर्षों से है, पर आज तक लंबे चौड़े आरोपों को कभी दुनिया और देश के सामने सिद्ध नहीं कर पाए हैं ! कुछ वर्षों पहले 26 /11 मुम्बई हमलो में आरएसएस का हाथ होने का आरोप उन्होंने लगाया था जिससे उनकी छवि एक नौटँकी बाज़ के बन के रह गयी, इसी तरह के उप जलूल आरोप दिग्विजय सिंह के खुरापाती दिमाग में चलते रहते हैं और उसी से वो अपना राजनीतिक अस्तिव बनाये रखने की कोशिश में लगे रहते हैं !
आरोपों के सौदागर दिग्विजय ने कहा कि गरीबों को इस फैसले से कोई लाभ नहीं होगा और उन्हें सिर्फ परेशानी होगी। गरीबों और किसानों के हिमायती बनने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी कर बड़े औद्योगिक घरानों को मदद की है।
Author: Viral Bharat
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