साफ़ नियत हो तो सब सही होता है जय राम सरकार साफ़ नियत से काम कर रही है यही वजह है पहले हुए घोटालों की पोल अब जाकर खुल रही है.आपकी जानकारी के लिए हम बता दें की प्रदेश के शिक्षा विभाग में घोटालों को लेकर बड़ा सच सामने आया है.बिना किसी डर के घोटालों को अंजाम दिया गया और अब पोल खुलने पर सभी की धड़कने रुकी हुई है.छात्रवृत्ति घोटाला, भवन निर्माण घोटाले के बाद अब स्कूलों में फर्नीचर खरीद के लिए दिए गए बजट में भी घोटाले का मामला सामने आ रहा है
सरकार ने आशंका जताई है कि फर्नीचर खरीद के लिए जो करोड़ों की राशि स्कूलों को दी गई थी उसमें से कई स्कूल ऐसे हैं जहां फर्नीचर खरीदा नहीं गया है. प्रदेश सरकार ने ऐसे स्कूलों का पता लगाने के लिए शिक्षा विभाग से रिकॉर्ड भी तलब किया है, लेकिन विभाग के पास इस तरह की कोई जानकारी नहीं है.
प्रदेश सरकार ने जब शिक्षा विभाग से स्कूलों में फर्नीचर खरीद की रिपोर्ट मांगी तो विभाग ने साफ कह दिया कि इसका कोई रिकॉर्ड फिलहाल विभाग के पास नहीं है, जिस पर विभाग को फटकार भी लगाई गई है. सरकार ने शिक्षा विभाग से स्कूलों में फर्नीचर खरीद पर जवाब मांगा गया है.
जयराम सरकार शिक्षा विभाग के निदेशकों सहित जिला उपनिदेशकों से फर्नीचर खरीद को लेकर रिकॉर्ड तलब करेगी. बता दें कि शिक्षा विभाग ने अपने पास सरकार से बजट मिलने के बाद स्कूलों को जारी किए गए बजट का रिकॉर्ड नहीं रखा है. ऐसे में राज्य सरकार के पास कई जिलों से ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं, जहां पर सरकारी स्कूलों में छात्रों के पास बैठने के लिए बेंच, टेबल नहीं है.
वहीं, कई स्कूलों में स्टाफ के पास भी सालों पूराना फर्नीचर है. इससे पहले भी राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग को कई बार स्कूलों द्वारा खरीदे जाने वाले फर्नीचर की जानकारी ऑनलाइन देने की बात कही थी. वहीं, ये भी कहा गया था कि केवल एक ही फर्नीचर कंपनी से स्कूलों को फर्नीचर खरीदा जाए, लेकिन सरकार के आदेशों के बाद भी विभाग ने इसका पालन नहीं किया.
मामले में शिक्षा सचिव अरुण शर्मा का कहना है कि सरकारी स्कूलों में फर्नीचर खरीद को लेकर बजट का कोई भी रिकॉर्ड शिक्षा विभाग ने अपने पास नहीं रखा. मामले पर जांच बैठाने की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों ने बजट जारी होने के बाद भी फर्नीचर नहीं खरीदा है उन पर कार्रवाई की जाएगी.
Author: Viral Bharat
From the desk of talentd writers of ViralBharat.Com