आम आदमी पार्टी को पंजाब में दलित राजनीती ने ऐसा झटका दिया है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले, माझा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य यामिनी गोमर ने पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की है। एक स्थानीय कार्यक्रम और आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यामिनी ने केजीरवाल को सत्ता का ऐसा भूत सवार हो गया है की उन्होंने आम आदमी पार्टी को हिन्दू, दलित और हिन्दू सिख एकता विरोधी करार कर दिया। उन्होंने कहा की दलित समुदाय को पंजाब में जिस तरह से केजरीवाल इस्तेमाल कर रहे हैं उससे उनपे विश्वास करना नामुनकिन है. यामिनी गोमर के अनुसार अगर केजरीवाल इतने बड़े दलित प्रेमी हैं तो दिल्ली का मुख्यमंत्री दलित क्यों नहीं बना देते, क्यों खुद दिल्ली में मुख्यमंत्री पद से चिपके पड़े हैं ? यामनी ने आरोप लागते हुए केजरीवाल को हिन्दू सिख एकता का विरोधी कह डाला, और कहा की अरविन्द केजरीवाल हिन्दू सिख भाईचारे में दरार डालने के लिए चन्द पाकिस्तान समर्थक ख़ालिस्तनी गुट के हाथों में खेल रहे हैं जो पंजाब की अमन शांति के लिए किसी भी कीमत पे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा !
यामिनी गोमर ने कहा की हम सब युवाओं ने आम आदमी पार्टी से इसलिए नाता जोड़ा था की भारत में ये पार्टी धर्म, जात पात को दरनिकार करके राष्ट्रहित और स्वराज के मुद्दे पे देश और समाज को सशक्त बनाएगी, और इसलिए अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का दामन थामा था, पर जिस प्रकार से अरविन्द केजरीवाल दलितों को महज़ टिश्यू पेपर समझ रहे हैं, ये उनकी भूल है. यामिनी गोमर ने तो ये तक कह डाला की अरविन्द केजरीवाल अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए दलितों को सिर्फ वोट बैंक वाला बकरा समझते हैं !
यामिनी गोमर ने प्रेस के माध्यम से कहा की जब से केजरीवाल ने पंजाब में दलितों को हिन्दू धर्म के खिलाफ उकसा के राजनीती करने का दवाब बनाया, उन्होंने उसका विरोध किया, यामिनी ने स्पष्ट किया की इतिहास में सैकड़ों साल पहले हुसे दलितों के शोषण के कारन वो अपने हिन्दू धर्म से विमुख नहीं हो सकती और अकारण जाती धर्म पे वो बयानबाज़ी करेंगी. इसी बात से नाराज़ पंजाब में अविन्द केजरीवाल के चापलूसों ने यामिनी के खिलाफ उनके मनन में ज़हर भरना शुरू कर दिया और उनपे बेबुनियाद आरोप जड़ने शुरू कर दिए !
बता दें, यामिनी ने पिछली बार आप के टिकट पर होशियारपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इन दिनों पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब में हैैं, इसीलिए यामिनी ने अपने इस्तीफे के लिए यह दिन चुना। वह पार्टी में अंतरकलह, हिन्दू धर्म की भर्त्सना और टिकट बंटवारे को लेकर खफा थी। केजरीवाल के चापलूसों ने यामिनी पर फर्जी बिलों के आरोप लगा दिए, इन सब झूठी बातों और आरोपों से खिन्न यामिनी गोमर ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल से किनारा करने का निर्णय लिया. अभी ये स्पष्ट नहीं हुआ की यामिनी अपने समर्थकों के साथ किस ओर रुख करेंगी, सूत्रों की माने तो यामिनी गोमर सोच विचार के निर्णय करेंगी !
Author: Viral Bharat
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