पंजाब में वोटों के लिए AAP और केजरीवाल तोड़ेंगे पंजाबी भाषा का किला, लाएंगे उर्दू को राज्य की दूसरी प्रमुख भाषा बनाने का प्रस्ताव. मुस्लिम वोट लेने के लिए आम आदमी पार्टी ने गुपचुप तरीके से रणनीति बनाई है की अगर सत्ता में आये तो पंजाबी के बाद उर्दू को पंजाब की राजभाषा बना देंगे. इस मुद्दे पे केजरीवाल की मलेरकोटला , नंवाशहर के कई मुस्लिम नुमाइंदों और मौलवियों से चर्चा होने की खबर है. केजरीवाल ने मुस्लिम संगठनों को आश्वासन दिलवाया है की अगर जीते तो पूरे पंजाब में उर्दू को पूरे सम्मान के साथ राजकीय भाषा का दर्ज दिया जायेगा !
पंजाब की सियासत में हिन्दू सिखों की वोट में दलित राग गा के पहले सेंधमारी कर चुके केजरीवाल अब पूरे पंजाब के मुस्लिम मतदाताओं को अपनी तरफ रिझाने के प्रयास में हैं. केजीरवाल के मुस्लिम समर्थकों ने पंजाब से मुस्लिम समुदाय के शत प्रतिशत वोट लेने के केजरीवाल को इस मुद्दे पे मन में ये बात डाल दी है की सत्ता में आने के बाद उर्दू को पंजाबी की तरह सरकारी सम्मान मिले और उर्दू पढ़ने पढ़ाने पे विशेष आर्थिक सहायता दी जाए, जिसपे केजरीवाल ने सहमति जता दी है !
केजरीवाल ने कई बार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी ( SGPC)को बादलों और सिक्खों की दुश्मन संस्था के तौर पे प्रोजेक्ट करने की कोशिशें की हैं ताकि सिख समुदाय में और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी (SGPC) में मतभेद पैदा हों और तनाव बढे.
नयी तरह की राजनीति लाने की बात करने वाले केजरीवाल और AAP की राजनीती सिर्फ और सिर्फ धर्म और जात पात को भड़काने वाला खेल बन के रह चुकी है और इसका नुकसान पंजाब की शांति भंग होने के खतरे के रूप में देखा जा सकता है
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केजरीवाल जान बूझ के सिख समुदाय को खालिस्तान के मुद्दे पे भटकाने की कोशिश करते दिखते हैं अक्सर जगह जगह पंजाब में भिंडरावाले के बैनर के साथ आम आदमी पार्टी के नातों और केजरीवाल की फोटो चिपकाना उनका सबूत है. अगर केजरीवाल और AAP पंजाब में जीतती है तो कोई बड़ी बात नहीं पंजाब में अशांति और आतंकवाद एक बार फिर से अपनी रह चल पड़े और हिन्दू सिख एकता में दरार आ जाये !
Author: Viral Bharat
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