एक मुख्यमंत्री वो होता है जो पुरे राज्य की कमान अपने हाथों में लेकर उसके विकास के लिए कार्य करता है। राज्य की जनता के लिए हर मुसीबत में खुद को सबसे पहले आगे करके उस मुसीबत का सामना करता है। राज्य की जनता के हर दुःख दर्द में उसका साथी बनता है। जिस राज्य को इतना सोचने वाला मुख्यमंत्री मिल जाये वो राज्य हमेशा तरक्की की राह पर आगे बढ़ता ही जाता है।
आज हिमाचल प्रदेश के हर निवासी के लिए ये गर्व की बात है कि प्रदेश को जयराम ठाकुर के रूप में एक ऐसा ही मुख्यमंत्री मिला है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जो कार्यशैली है वोही उनकी असल पहचान है। जब वो विधायक थे तब भी अपनी उसी सरल कार्यशैली से जनता के लिए दिन रात कार्य में लगे रहते थे और आज जब वो मुख्यमंत्री जैसे बड़े पद पर बैठे हैं तब भी अपनी उसी कार्यशैली के साथ जनसेवा में लगे हुए हैं।
कोरोना जैसी माहमारी से आज पूरा देश लड़ रहा है। हर राज्य अपने अपने स्तर पर इसके खिलाफ जंग लड़ते हुए आगे बढ़ रहा है। हिमाचल प्रदेश भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में कोरोना माहमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं। यहां बात आज हिमाचल की हो रही है इसलिए दूसरे राज्यों ने क्या किया क्या नहीं किया इस पर ज्यादा चर्चा ना करते हुए हम चर्चा सिर्फ इस बात पर करेंगे कि जयराम ठाकुर ने क्या किया ?
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना के खिलाफ मजबूती से प्रदेश का नेतृत्व किया। जब पुरे देश में कोरोना को लेकर चर्चा चल रही थी तो उस वक़्त समय पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी कोरोना के खिलाफ कठोर निणर्य लेना शुरू कर दिया था। आप सभी को जानकर जरूर हैरानी होगी की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने इस कोरोना महामारी के बीच सभी पंचायत प्रतिनिधियों से निरंतर सम्पर्क रखा। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वो हर जिले के पंचायत प्रतिनिधियों से जुड़े रहे और निरंतर उन्हें जरूरी आदेश देते रहे और साथ ही उनका हौसला भी बढ़ाते रहे। ये किसी भी राज्य में किसी मुख्यमंत्री द्वारा अभी तक नहीं किया गया लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ये करके दिखाया है। यही से नजर आता है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कितनी गंभीरता से इस कोरोना माहमारी को देख रहे हैं और हर जरूरी कदम उठा रहे हैं।
जो कुछ पंचायतें बची हुई हैं उनसे भी आगे मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद स्थापित किया जाना है। आज कोरोना माहमारी से हर राज्य में स्थिति गंभीर बनी हुई है हिमाचल अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर तरिके से आगे बढ़ रहा है। एक बार तो कोरोना लगभग हिमाचल से खत्म ही हो चूका था लेकिन हिमाचल से बाहर जो लाखों प्रदेश वासी फंसे हुए थे उनके वापिस आने से कुछ केस अचानक बढ़े लेकिन फिर भी प्रदेश की स्थिति फिर भी खराब नहीं है। बाहर फंसे लोगों को प्रदेश लाने पर खूब राजनीती हुई कांग्रेस ने विरोध किया बहुत सी बातें हुई लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी बात पर अटल रहे और उन्होंने साफ़ कहा “क्या वो लोग अपने नहीं हैं ” उन्हें इस तरह नहीं छोड़ा जा सकता। आज लाखों प्रदेश में वापिसी कर चुके हैं और सकुशल हैं जोकि सरकार की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
जयराम सरकार द्वारा हर वो कदम समय पर उठाया गया जिसकी वजह से आज प्रदेश में हालत गंभीर नहीं हैं। आज समय पर कोरोना मरीजों की जानकारी मिल रही है ये तभी संभव हो पाया है जब हर दिन भारी संख्यां में कोरोना टेस्ट सरकार द्वारा करवाए जाने लगे। 70 लाख लोगों तक पहुंचना उनका डाटा इकठा करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि रही जिसकी चर्चा पुरे देश में हुई। यही वजह है जो कोरोना केस अभी हाल में आये वो सब बाहर से आये हुए प्रदेशवासियों में थे ना की प्रदेश में रह रहे लोगों में।
कोरोना महामारी के खिलाफ जयराम सरकार पूरी ताकत से लड़ी है और वो दिन दूर नहीं जब हिमाचल एक बार फिर जल्द कोरोना मुक्त होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कुशल नेतृत्व और कोरोना योद्दाओं का योगदान हमेशा कोरोना माहमारी के खिलाफ हिमाचल द्वारा लड़ी गयी लड़ाई में आगे याद रखा जायेगा।
Author: Viral Bharat
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