जयराम सरकार में किसी भी घोटालेबाज की खैर नहीं है। जो अब नौकरी में नहीं है और घोटाले में शामिल है उनके ऊपर भी करवाई होना जयराम सरकार में तय है। आप सभी को याद होगा किस तरह से पिछले कुछ महीनों में जयराम सरकार ने घोटालेबाजों पर करवाई की है पिछली कांग्रेस सरकार में जो बचाये जा रहे थे इस जयराम सरकार में सब लपेटे जा रहे हैं। निशांत सरीन जिसने कई दवा कंपनियों से लूट की आज सस्पेंड है और उस पर करवाई चली हुई है।
करोड़ों रुपए के बहुचर्चित टेक्नोमैक घोटाले में सरकार ने सीआईडी को आबकारी एवं काराधान विभाग के पांच अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी दे दी है। ऐसे में जल्द ही सीआईडी संबंधित तत्कालीन मुलाजिमों के खिलाफ अदालत में चालान पेश करेगी। सीआईडी ने जांच के दौरान पाए गए तथ्यों के आधार पर आबकारी एवं काराधान विभाग के आठ अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सरकार ने अभियोजन की मंजूरी मांगी थी।
इसी कड़ी में सरकार ने पांच के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी दी गई। सीआईडी जांच में सामने आया है कि नाहन स्थित फैक्टरी परिसर में पड़ी करोड़ों रु पए की मशीनरी, स्कैप और अन्य सामान को बाहर निकालने में आबकारी एवं काराधान विभाग के कुछ तत्कालीन अधिकारियों व कर्मचारियों ने कंपनी प्रबंधन को सहयोग किया।
इतना ही नहीं, परिसर से बाहर निकाले गए कुछ सामान को बेचने के तथ्य भी जांच में सामने आए हैं। जांच में कंपनी द्वारा 2100 करोड़ रु पए के वैट व सेल्स टैक्स चोरी किए जाने के तथ्य भी पाए गए हैं। जाली दस्तावेजों के आधार पर इस चोरी को अंजाम दिया गया है। इससे संबंधित रिकार्ड भी सीआईडी खंगाल चुकी है। घोटाले की जांच के अंतर्गत सीआईडी पहली ही कुछ आरोपियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर कर चुकी है।
Author: Viral Bharat
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