सत्ता संभालने के बाद से ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी प्रदेश के विकास कार्यों में जुट गए थे जिसका नतीजा आज पूरा प्रदेश देख रहा है। हजारो करोड़ो के निवेश आज हिमाचल में आ चूका है। प्रदेश के युवाओं को हिमाचल में ही रोजगार उपलब्ध हो इस पर सरकार कार्य कर रही है।धर्मशाला में होने वाली ग्लोबल इनवेस्टर मीट नजदीक आने के साथ ही गतिविधियां तेज हो गई हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव ने मीट की तैयारियों पर चर्चा को लेकर बैठकें कीं। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक 81 हजार 319 करोड़ के 566 एमओयू हो चुके हैं। सबसे ज्यादा ऊर्जा में 28 हजार 812 करोड़ के 16 एमओयू हुए हैं। पशुपालन विभाग में सिर्फ 7.5 करोड़ का एक एमओयू साइन हुआ है।
बताया कि कुल एमओयू में से छह हजार करोड़ के प्रोजेक्ट जमीन पर उतरने के दौर में आ गए हैं। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि मीट होने तक यह आंकड़ा 85 हजार करोड़ पार कर लेगा। मीट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जबकि समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।
कार्यक्रम में आने के लिए अभी तक विदेश मंत्री एस जय शंकर, रेल मंत्री पीयूष गोयल, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का आना तय हो चुका है। भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के भी आने को लेकर बात चल रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पर्यटन क्षेत्र में 14 हजार 955 करोड़ के 192 एमओयू हुए हैं।
यूएई विदेशी पार्टनर के रूप में पहले ही जुड़ चुका है। निवेशकों को निवेश का बेहतर माहौल देने के उद्देश्य से आईटी, आयुष और हाउसिंग पॉलिसी को शुक्रवार को ही मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। साथ ही इज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिहाज से भी कई बदलाव किए जाने हैं।
किस सेक्टर में कितना होगा निवेश
विभाग एमओयू निवेश (करोड़ में)
कृषि 1 125
पशुपालन 1 7.5
आयुर्वेद 35 972.25
शिक्षा 37 1140.35
ऊर्जा 16 28812
स्वास्थ्य 3 620
आवास 31 12277.50
बागवानी 4 52.55
उद्योग 196 12977.84
आईटी 10ु 1804.71
तकनीकी शिक्षा 1 354.61
पर्यटन 192 14955
परिवहन 8 2745
शहरी विकास 22 5392.86
Author: Viral Bharat
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