मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तबादला आदेशों की एक साथ तीन सौ (300) विभागीय फाइलें वापस लौटा दी हैं। इस कड़े फैसले के चलते मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों और विधायकों को भी तबादलों की जगह विकासात्मक गतिविधियों पर फोकस करने के स्पष्ट संकेत दिए हैं। सीएम ऑफिस से संबंधित विभागों को लौटाई गई इन फाइलों के साथ ही सरकार ने 31 मार्च तक ट्रांसफर का कोई भी मामला न भेजने को कहा है।मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने साफ़ संदेश दे दिया है बहुत हो गयी ट्रांसफर की बातें अब ये सब नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इस फैसले का जनता ने भी स्वागत किया है।
आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि इसके लिए बाकायदा सभी विभागीय सचिवों और विभागाध्यक्षों को सर्कुलर जारी किया गया है। रूटीन प्रक्रिया के तहत सीएम ऑफिस से इन फाइलों को स्वीकृति के बाद संबंधित विभागों को भेजा जाना था। बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने कड़ा फैसला लेते हुए ट्रासंफर की इन सभी फाइलों को वापस भेज दिया है।
जाहिर है कि राज्य सरकार ने 23 जनवरी को सर्कुलर जारी कर 31 मार्च तक शिक्षा विभाग में तबादलों पर रोक लगाने को कहा था। इसके पीछे दलील दी गई थी कि शैक्षणिक सत्र के बीच किसी भी अध्यापक का तबादला नहीं होगा। पात्र अध्यापकों को पदोन्नति का लाभ जारी कर दिया जाएगा, लेकिन उनकी पोस्टिंग नए वित्तीय वर्ष से ही होगी।
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सीएम ऑफिस से लौटाई गई फाइलों के बाद अब सभी विभागों को ट्रांसफर प्रक्रिया रोकने को कहा गया है। बताते चलें कि 25 फरवरी को हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आरंभ हो रहा है। इसके अलावा हिमाचल में बोर्ड परीक्षाएं भी आरंभ होने वाली हैं।
Author: Viral Bharat
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