केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को (9 जनवरी) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर एक हमला किया। दावा करते हुए कि राहुल गांधी के बहरीन भाषण को नफरत और दुर्भाग्य फैलाने पर लक्षित किया गया था, और विदेश में वो इसी एजेंडा के तहत कांग्रेस द्वारा ट्रेंड करके भेजे गए हैं ताकि विदेशों में वो भारत की छवि बदनाम करे, वहां की मीडिया को वो खरीदें और उनसे अंतराष्ट्रीय पटल पे भारत की नेगेटिव स्टोरी बनवाई जा सके. राहुल गाँधी पूरी दुनिया की आँखों में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करके अपनी राजनीतिक अस्तित्व की अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं !
अगर राहुल गाँधी देश की महिलाओं के प्रति चिंतिन करते हैं….पर उन्होंने ट्रिपल तालाक के मुद्दे पर राहुल से सवाल उठाया और उनसे पूछा कि क्या उनकी पार्टी का स्टैंड तो महिलाओं के खिला है,, उन्होंने कहा, “वह पार्टी जो मुस्लिम महिलाओं के लिए खड़ा नहीं हो सकती है वह हमें विदेशी मिट्टी पर सिखाने की कोशिश कर रही है।” उन्होंने कहा कि वह न केवल आश्चर्यचकित हैं बल्कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष द्वारा किए गए बयानों पर भी हंसी भी आती है। वस्तुतः राहुल गांधी और कांग्रेस का विशेष एजेंडा है की भारत को बदनाम करने के लिए मोदी नीतियों और RSS एवं हिंदुत्व की तुलना ISIS से की जाए ताकि विश्व के पूरे मीडिया में सनसनी फैलाई जा सके !
ट्रिपल तालक के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी पर हमला करते हुए उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि क्यों उनकी पार्टी ट्रिपल तालक पर दोहरी भूमिका निभाती है। प्रसाद ने कांग्रेस के 1 9 84 वाले कुख्यात सिख हत्याकांड पे राहुल गाँधी को जम के लताड़ा, और राजीव गाँधी द्वारा मुस्लिम महिला शाह बानो मामले में कांग्रेस की भूमिका को भी भी उद्धृत किया और कांग्रेस को मुस्लिम महिलाओं के हक़ और स्वाभिमान पे अपमान की राजनीति को दोषी ठहराया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को लंदन में एक सभा को संबोधित किया। घटना में उपस्थित, उन्होंने कहा, “1 9 47 से, हर कोई कहता था कि भारत एक गरीब देश है। भारत लोकतंत्र को नहीं समझता है और यह टूट जाएगा और यह विकसित नहीं हो सकता है। आज, वे कहते हैं कि भारत एक ऐसा देश है जो दुनिया के भविष्य को दिखाता है। ये कैसे हुआ? यह किसने किया? कांग्रेस ने केवल मदद की लेकिन भारतीयों ने इसे संभव बना दिया। जब प्रधान मंत्री मोदी कहते हैं कि केवल आणे से pehle बहुत नि हुआ ‘तो वह कांग्रेस का अपमान नहीं कर रहा है, लेकिन हर भारतीय का अपमान कर रहा है.
1984, के सिख दंगों पर उनकी टिप्पणी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को खाद्य प्रसंस्करण हरसिमरत कौर बादल के केंद्रीय मंत्री। उन्होंने कहा, “यदि राहुल गांधी को कभी मौका मिलता है तो वह कहेंगे कि सिख नरसंहार कभी नहीं हुआ और कोई सिख की मृत्यु हो गई। यदि उनके अनुसार सिख नरसंहार कभी नहीं हुआ तो मेरे अनुसार उनके पिता और दादी की हत्या कभी नहीं हुई थी, वे सामान्य दिल के दौरे से मर गए। !
श्रीमती बदल ने यहाँ तक कह दिया की अगर 1984 में कोई सिख नरसंहार नहीं हुआ तो फिर निर्दोष लोगों को इंदिरा गाँधी की हत्या के लिए लटकाया क्यों गया ?
कोंग्रेस का इतिहास रहा है की कांग्रेस ने राजीव गाँधी से ले कर सोनिया गाँधी के समय तक भारत में अल्संख्यकों की राजनीती की हैं, वैटिकन के पोप से लेकर जमा मस्जिद के शाही इमाम का इस्तेमाल धार्मिक कटटरता फ़ैलाने के लिए किया जाता रहा है, हर बार चुनावो से पहले इन धार्मिक हस्तियों की अप्रयत्क्ष मदद से चुनावों का ध्रुवीकरण कांग्रेस ने बड़ी चालाकी से किया था और शायद राहुल गाँधी भी यही करने गए आजकल यूरोप के दौरे पे गए हैं. कांग्रेस अध्यक्ष का यूरोप दौरा सोची साझी स्ट्रेटेजी है, एक तो वो आर्थिक रूप पे भारत को खोखला और मोदी नीतियों से भर्मित करार करने की जोशीश करेंगे, दूसरा वैटिकन के चर्च और अन्य धार्मिक संस्थाओं से विश्व में भारत और हिंदुत्व की छवि को नेगेटिव तरीके से उछालेंगे और इसका जीता जगता स्वरुप सामने है की वो RSS की तुलना ISIS से कर रहे हैं…और इस प्रोपगंडा के लिए वो वस्तुतः यूरोप की मीडिया हाउसेस पे धड़ल्ले से पैसा भी लुटाएंगे ताकि अंतराष्ट्रीय पटल पे RSS , MODI और हिंदुत्व को जम के बदनाम किया जा सके !
Author: Viral Bharat
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