प्रदेश सरकार में मंत्री राजेंद्र गर्ग एक शांत और ईमानदार व्यक्तित्व के व्यक्तियों में गिने जाते हैं। समय – समय पर उनकी चर्चा सोशल मीडिया पर उनके अच्छे मानवता भरे कार्यों को लेकर होती रहती है। फिर वो अपनी गाडी में बुजुर्गों की इच्छा पर उनको बैठाने की बात हो या फिर खाली पड़े तलाबों में पानी भरवाने की ताकि मछलियों का जीवन बचा रहे।
आज भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है जब एक बार फिर मंत्री राजेंद्र गर्ग का मानवता भरा चेहरा सामने आया है। राजेंद्र गर्ग हर दुःखी व पीड़ित व्यक्ति को देखकर अपने कदम रोक लेते हैं और उनकी हर संभव मदद करते हैं। घुमारवीं में सोमवार को भी ऐसा ही वाक्या पेश आया, जब खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग सिविल अस्पताल घुमारवीं में रोगी कल्याण समिति की बैठक में भाग लेकर वापस आ रहे थे।
इस दौरान अस्पताल में उनकी नज़र एक बुजुर्ग महिला और वहां पर खड़े कुछ लोगों पर पड़ी। जनसेवक की भूमिका में आगे रहने वाले राजिंद्र गर्ग ने उस बुजुर्ग महिला को दुःखी देखकर अपने कदम रोक लिए और वहां पर बिस्तर पर लेटे उसके बेटे पर उनकी नज़र पड़ी।
दुःखी महिला ने बताया कि उसका बेटा गिर गया है और उसे चोट लगी है। अपने बेटे को लेकर वो महिला अस्पताल पहुंची थी। महिला की व्यथा सुनकर घुमारवीं के जनसेवक राजेन्द्र गर्ग ने तुरंत बीएमओ को बुलाया और उनकी हर संभव मदद करने के निर्देश दिए तथा वहां पर कुछ देर तक रुके रहे। खाद्य आपूर्ति मंत्री की इस दरियादिली को देखकर वहां पर मौजूद सभी लोग भूरी-भूरी प्रशंसा करके कहने लगे जनसेवक हो, तो ऐसा।
क्योंकि मंत्री अपना कार्य कर चुके थे और बाहर निकलते हुए उनकी नजर उस बुजुर्ग महिला पर पड़ी थी। अगर मंत्री चाहते तो बिना वहां रुके सीधा अपने अगले कार्य के लिए निकल सकते थे। परन्तु ऐसा ना करते हुए उन्होंने वहां रुककर उस माँ का ना सिर्फ दर्द सुना बल्कि तुरंत मदद भी की। भाजपा नेताओं की यही कार्यशैली उन्हें सबसे अलग करती हैं। सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपनी ईमानदार कार्यशैली जनता से जुड़ाव की वजह से प्रदेश की जनता के बीच अपनी एक अलग जगह बना चुके हैं,और जब उनके मंत्रिमंडल के मंत्री भी उसी राह पर आगे बढ़े तो ये पुरे प्रदेश के लिए बहुत ही अच्छी बात है।
Author: Viral Bharat
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