हिमाचल में लगातार टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। खास बात यह है कि यह बेहतरीन कार्य अब देश भर के लिए भी मिसाल बनता जा रहा है। क्षय रोग पर बेहतरीन परफार्मेंस के लिए बुधवार को हिमाचल नेशनल अवार्ड हासिल करेगा। हाल ही में हिमाचल लारजर स्टेट में टीबी (ट्यूबर क्लोसिस) के केस डिटेक्ट करने में भी अव्वल रहा था।
हिमाचल प्रदेश एक लाख की जनसंख्या पर 226 केस आइडेंटिफाई किए थे। लारजर स्टेट के मुकाबले देश भर में हिमाचल का आंकड़ा सबसे बेहतरीन रहा था। ऐसे में सुखद पहलू यह है कि हिमाचल में उक्त आंकड़ों की पहचान हो रही है, जिससे कि मरीजों का इलाज समय पर शुरू हो पाता है। हिमाचल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य गुजरात, त्रिपुरा, सिक्किम, पुडुचेरी, दवन एवं द्वीप को भी पुरस्कार दिया जाएगा, लेकिन हिमाचल का सबसे अव्वल है। हालांकि हिमाचल को अभी भी टीबी के खात्मे पर लंबा सफर तय करना है, लेकिन हिमाचल देश भर में लगातार बेहतरीन कार्य कर रहा है।
गौरतलब हो कि हिमाचल ने नॉर्थ जोन के सात राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब और जम्मू-कश्मीर को पछाड़ कर इसी साल नंबर एक का खिताब हासिल किया था। यह खिताब टीबी टास्क फोर्स की एनुअल मीट के दौरान दिया गया था। इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर भी हिमाचल पुरस्कार झटकने जा रहा है। बताया जा रहा है कि 16570 के लक्ष्य के मुकाबले कुल 17835 रोगियों को अधिसूचित किया गया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन दिल्ली में राज्य क्षय रोग अधिकारी डा. आरके बारिया को पुरस्कृत करेंगे।
अंतराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में भी बताई उपलब्धियां
हिमाचल की उपलब्धियों का बखान हाल ही में अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में भी किया गया था। कुछ ही दिन पहले श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित इंटरनेशनल कान्फ्रेंस में नॉर्थ जोन के टीबी टास्क फोर्स चेयरमैन अशोक भारद्वाज के नेतृत्व में डा. अनमोल गुप्ता और अशोक भारद्वाज ने शिरकत की थी। इसमें टीबी पर हिमाचल में हो रहे काम के बारे में बताया गया था।
Author: Viral Bharat
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