ग्रामीणों द्वारा कीचड़ युक्त गंदा पानी पीने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो को लेकर हमने सुबह भी एक पोस्ट के माध्यम से लिखा था। अब न्यूज़ 18 की जाँच में भी यही सामने आया है। जब वायरल हो रहे इस वीडियो की जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि यह वीडियो मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र की लटराण पंचायत के कुफरधार गांव का है.मीडिया ये बात तो मानती है की यहाँ कोई रिहायश नहीं है सिर्फ लोग खेती करने आते है। बाकि मीडिया का काम ही ऐसा होता है किसी भी खबर को मिर्च मसाला लगाकर पेश करना।
वीडियो बनाने वाला व्यक्ति इन महिलाओं से बात करता है और महिलाएं अपने गांव में चल रही पेयजल किल्लत के बारे में बताती हैं.जब इस पूरे वीडियो की जांच पड़ताल की गई तो यह बात भी सामने आई कि कुफरधार में कोई स्थायी रिहायश नहीं है. यहां ग्रामीण फसलों की बिजाई के दौरान आते हैं, क्योंकि बहुत से लोगों की यहां पर जमीनें हैं. सिर्फ खेती करने वो आते हैं।
ग्रामीणों के अनुसार वर्ष 1996 में कुफरधार के लिए विभाग द्वारा पेयजल लाइन बिछाई गई थी. इस दौरान लगभग दो साल तक नियमित रूप से पानी की आपूर्ति भी होती रही. लेकिन उसके बाद से इस लाइन की देखरेख और रखरखाव को लेकर विभाग ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. इस कारण यहां बिछाई गई पाइप लाइनें भी जंग से खत्म हो चुकी हैं.
यानी साफ़ है मुद्दा बहुत पुराना है और कई सालों से यहां पानी नहीं आ रहा। ये भी साफ है लोग सिर्फ खेती करने यहां आते हैं। अब IPH विभाग द्वारा इसका एस्टीमेट बनाकर जय राम सरकार को भेजा गया है तो हमे पूरी उम्मीद है जल्द ही सरकार यहां भी पानी की पूर्ति करेगी ताकि खेती करने पहुंचने वाले लोगो को पानी की कमी ना हो। सवाल ये था की मुद्दा कई साल पुराना है सरकार आई और गयी पूर्व सरकारों ने कदम नहीं उठाया विभाग सोया रहा है। लोगो को इस सरकार से इसी वजह से उम्मीद है क्योंकि जो भी खबर मुख्यमंत्री तक जाती है वो तुरंत इसका संज्ञान लेते हैं। चाहये नर्मदा की हार्ट सर्जरी का सारा खर्च देना हो या फिर ठियोग वाली महिला को घर देना हो मुख्यमंत्री हमेशा सबकी मदद करते आये हैं।
Author: Viral Bharat
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