April 29, 2024 11:48 pm

तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफ़े का मामला फिर उलझा, इस्तीफे पर स्पीकर के नोटिस के बाद तीनों निर्दलीय विधायकों ने दिया जबाब, हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में 24 अप्रैल को होगी सुनवाई

 

हिमाचल/शिमला:

हिमाचल प्रदेश में फरवरी माह से चला आ रहा सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. छ बागी विधायकों के साथ तीन निर्दलीयों होशियार सिंह, के.एल ठाकुर और आशीष शर्मा ने भाजपा का दामन तो थाम लिया है. जिसमें 6 का रास्ता साफ हो गया और उनको भाजपा ने विधानसभा की टिकट भी दे दी है.लेकिन तीन निर्दलीयों का मामला अभी भी लटका हुआ है. तीनों निर्दलीयों ने भाजपा का दामन थामने के बाद 22 मार्च को विधानसभा अध्यक्ष के सामने पेश होकर अपना इस्तीफा दे दिया था. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. हिमाचल के निर्दलीय विधायकों ने कहा है कि अगर विधानसभा अध्यक्ष उनका इस्तीफा मंजूर कर लेते हैं तो अदालत से मामला वापिस ले लेंगे। ढाई बजे तीनो निर्दलीय विधायकों ने एक एक कर अपना पक्ष विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष लिखित में रखा।

निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि उन्होंने अपना विस्तृत लिखित जवाब विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा दिया है। उन्होंने कहा हम पहले से इस बात को कह रहे हैं कि हमने अपना बिना किसी दबाव और प्रलोभन के स्वेच्छा से सौंपा है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री के द्वारा की प्रताड़ना और विधानसभा क्षेत्र में काम न होने की वजह से इस्तीफा दिया है।

निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने कहा कि उन्होंने 22 मार्च को अपनी इच्छा से इस्तीफा दिया है. उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था. ऐसे में विधानसभा स्पीकर को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लेना चाहिए. निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने बताया कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में भी एक याचिका दायर की है. इस याचिका में यह आग्रह किया गया है कि जल्द से जल्द इनका इस्तीफा स्वीकार किया जाए. होशियार सिंह ने कहा कि वह यह चाहते हैं कि विधानसभा स्पीकर नियमों के तहत उनका इस्तीफा स्वीकार कर लें.

वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि विधानसभा सचिवालय की ओर से तीनों निर्दलीय विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. तीनों निर्दलीय विधायकों को 9 अप्रैल तक जवाब देने के लिए कहा गया था. हालांकि तीनों निर्दलीय विधायकों ने जवाब नहीं दिया. ऐसे में उन्हें जवाब देने करने के लिए दोपहर तक का समय दिया गया है. कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि तीनों निर्दलीय विधायकों के 22 मार्च को इस्तीफा देने के बाद 23 मार्च को उन्हें कांग्रेस के 12 विधायकों की ओर से शिकायत पत्र प्राप्त हुआ. बतौर स्पीकर उनका यह दायित्व है कि वह विधायकों की शिकायत पर भी ध्यान दें. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस विधायकों की ओर से मिले शिकायत पत्र की भी जांच कर रहे हैं. कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि जब तीनों निर्दलीय विधायक व्यक्तिगत तौर पर उनके पास इस्तीफे की प्रति लेकर पहुंचे, तो उनके साथ भाजपा के विधायक डॉ. जनक राज और बलवीर वर्मा भी थे. ऐसे में पूरे मामले की जांच करना उनका दायित्व है. उन्होंने कहा कि अभी यह मामला हाईकोर्ट में भी पहुंच चुका है. ऐसे में वह चाहकर भी अब इस पूरे मामले को खत्म नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने उनसे बतौर विधानसभा स्पीकर 24 अप्रैल को जवाब मांगा है.

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Author: Viral Bharat

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