हमेशा शांत रहने वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मानसून सत्र में कांग्रेस के घटियापन को देखकर गुस्से में आ गए। पुरे हिमाचल की जनता मुख्यमंत्री जी से यही चाहती है जो जिस भाषा में समझता है उसे उसी भाषा में अब समझाने का समय आ चूका है। मुख्यमंत्री की ईमानदारी उनकी सहनशीलता को कांग्रेस मुख्यमंत्री जी की कमजोरी समझती आयी है।
विधानसभा मानसून सत्र के पहले ही दिन सदन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी विपक्ष को आक्रामक तेवर दिखाए। ऊना में पुलिस कार्रवाई को विधायकों के इंस्टीच्यूशन का मामला बताने पर सीएम जयराम ठाकुर ने विपक्ष को खूब खरी-खोटी सुनाई। उनका कहना था कि विपक्ष अगर सदन में नशा माफिया की आवाज बुलंद करेगा तो यह बेहद चिंता का विषय है।
सीएम जयराम ठाकुर जी ने कहा कि नशा माफिया के प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विपक्ष के विधायक इस मामले को यहां उठा रहे हैं। सरकार नशे के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। कांग्रेस को इसका समर्थन करना चाहिए, न कि इसमें बाधा बनना चाहिए। सीएम ने सदन में ऊना प्रकरण के तथ्य रखते हुए कहा कि कोई आरोपी यदि भागने का प्रयास करता है तो पुलिस एक्ट में है कि उसे हथकड़ी लगाई जा सकती है।
एक व्यक्ति अरुण कुमार काफी ज्यादा हिंसक था, लिहाजा उसे पुलिस ने हथकड़ी लगाई शेष किसी को भी हथकड़ी नहीं लगाई गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश से हर तरह के माफिया को खदेड़ने के लिए प्रतिबद्ध है जिसके लिए एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस इस तरह का व्यवहार कर रही है, जिससे लगता है कि वह माफिया के साथ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस तरह के प्रयास से सरकार के अभियान को धक्का लगा है। उन्होंने विपक्ष के व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस सीधे-सीधे माफिया को संरक्षण दे रही है, जिसकी वह निंदा करते हैं। मुख्यमंत्री ने सदन में ऊना प्रकरण के सभी तथ्य रखे और कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। इसमें स्थानीय विधायक के पीएसओ व चालक को अदालत से जमानत मिली है और जांच के बाद सब सामने आ जाएगा।
Author: Viral Bharat
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