राष्ट्रवाद के मुद्दे पर मोदी सरकार नहीं झुकेगी चाहये जितना विरोध करना है विरोधी कर लें। मोदी सरकार के इस रुख को देखकर अब पूरी तरह से विरोधी ध्वस्त होते हुए नजर आ रहे हैं यही वजह है अब उन विरोधियों में एक अलग तरह की बौखलाहट देखने को मिल रही है। इसका सबसे बड़ा नजारा तब देखने को मिला जब समाजवादी नेता अखिलेश यादव की सभा में जय श्री राम का नारा लगाने पर उसकी ये कहते हुए पिटाई कर दी गयी की तुम बीजेपी के हो। विरोधियों की हिन्दू विरोधी मानसिकता का ये सबसे बड़ा नजारा है।
संशोधित नागरिकता कानून (CAA ) के खिलाफ लगातार प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि तमाम दबाव के बावजूद उनकी सरकार फैसले पर अडिग है.आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद उनकी सरकार संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसलों पर कायम है और आगे भी रहेगी.
धारा 370 का मुद्दा वो मुद्दा था जिसके बारे में विपक्षी दल बोलते थे की ये कभी कोई नहीं हटा पाएगा लेकिन मोदी सरकार के दृढ़ संकल्प ने ये कर दिखाया और विरोधी झुकने पर मजबूर हो गए। उसके बाद नागरिकता कानून को लेकर पाकिस्तान बंगलादेश अफगानिस्तान में प्रताड़ित हिन्दू सिख जैन बौद्ध को भारत की नागरिकता देने का प्राबधान मोदी सरकार ने कर दिया। पर विरोधी ये हजम नहीं कर पाए और विरोध स्वरूप आज तक उनके ड्रामे चल रहे हैं पर पीएम मोदी ने अपने दृढ़ इरादे दिखा एक बार फिर सबके मुहं बंद कर दिए हैं।
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल सेंटर को राष्ट्र को समर्पित करने और विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद कहा, ”देश आज वो फैसले भी ले रहा है जो हमेशा पीछे छोड़ दिये जाते थे. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), वर्षों से देश को इन फैसलों का इंतजार था.”
उन्होंने कहा, ”देशहित में ये फैसले जरूरी थे और दुनिया भर के तमाम दबावों के बावजूद हम इन फैसलों पर कायम हैं और कायम रहेंगे.” देश के विभिन्न हिस्सों में सीएए के खिलाफ जारी अनिश्चितकालीन प्रदर्शनों के मद्देनजर प्रधानमंत्री का यह बयान बहुत महत्वपूर्ण है.
आगे अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि देश की विकास परियोजनाओं का विशेष लाभ इन छोटे शहरों और उनमें रहने वाले लोगों को ही हुआ है. अभी हाल में जो बजट आया है, उसमें सरकार ने घोषणा की है कि मूलभूत ढांचे के निर्माण पर 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि खर्च की जाएगी. इसका बहुत बड़ा हिस्सा देश के छोटे-छोटे शहरों के खाते में ही जाने वाला है.प्रधानमंत्री ने करीब 1,250 करोड़ रुपये की लागत वाली करीब 50 विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इनमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 430 बिस्तरों वाला सुपर स्पेशियलिटी सरकारी अस्पताल और विश्वविद्यालय में 74 बिस्तरों वाला मनोरोग अस्पताल भी शामिल है.
Author: Viral Bharat
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