हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ की प्रांत कार्यकारिणी की बैठक बुधवार को शिक्षामंत्री सुरेश भारद्वाज के साथ सचिवालय में हुई। इस दौरान शिक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक में संघ के पदाधिकारियों ने विभाग की ओर से कम परीक्षा परिणाम पर शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकने के फैसले का विरोध किया। इस मौके पर प्रांत महामंत्री जगवीर चंदेल ने कहा कि बैठक में मुख्यमंत्री से इस निर्णय को निरस्त करने की मांग की गई।
उन्होंने कहा कि शिक्षामंत्री ने आश्वासन दिया है कि वह मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षक हित में उचित कदम उठाएंगे। हिमाचल के शिक्षकों के हित में लेंगे निर्णय ये बोलना था शिक्षा मंत्री का,शिक्षकों को अवश्य राहत प्रदान की जाएगी। इस मौके पर महासंघ के संयुक्त सचिव पवन मिश्रा, विनोद सूद, यशवंत, राजेंद्र आदि सदस्य उपस्थित रहे।
दूसरी तरफ हिमाचल के सरकारी स्कूलों में पढ़ने और पढ़ाने का तरीका बदलने वाला है। सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत हिमाचल को साल 2017-18 के लिए 820 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है। वीरवार को नई दिल्ली में आयोजित हुई प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में हिमाचल में चलाए जा रहे प्रेरणा और प्रयास प्रोजेक्ट की सराहना हुई।
इसी कड़ी में नए शैक्षणिक सत्र से प्रदेश के पहली से पांचवीं कक्षा के सरकारी स्कूलों में प्रेरणा प्लस और छठी से आठवीं कक्षा में प्रयास प्लस प्रोजेक्ट शुरू करने को भी मंजूरी दी गई। प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड (पीएबी) बैठक की अध्यक्षता सचिव स्कूल एजूकेशन एमएचआरडी ने की।
बैठक में हिमाचल की ओर से शिक्षा सचिव राकेश शर्मा, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक मनमोहन शर्मा और राज्य परियोजना निदेशक घनश्याम चंद ने भाग लिया। परियोजना निदेशक घनश्याम चंद ने बताया सर्व शिक्षा अभियान के लिए 460 करोड़ और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के लिए 360 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ है।
Author: Viral Bharat
From the desk of talentd writers of ViralBharat.Com