हिमाचल/शिमला :
वर्ष 1920 में बने शिमला के ओपन स्केटिंग रिंक में जल्द ही स्केटिंग के ट्रायल शुरू होंगे. हालांकि हर साल यहां 10 दिसंबर के आसपास शुरू हो जाती थी. लेकिन खराब मौसम के चलते इसके लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा. 15 दिसंबर को आइस स्केटिंग क्लब की ओर से ट्रायल शुरू करने की कोशिश की गई. लेकिन खराब मौसम के चलते इसमें अभी एक-दो दोनों का इंतजार बढ़ गया है. स्केटिंग क्लब की ओर से कहा गया कि मौसम का साथ रहा तो एक से दो दिनों में आइस स्केटिंग रिंक में ट्रायल शुरू हो जाएंगे.
ट्रायल शुरू होने में मौसम बना हुआ है बाधा
सबसे पुरानी की आइस स्केटिंग क्लब में से एक शिमला आइस स्केटिंग क्लब के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री रजत मल्होत्रा ने बताया कि हर साल 10 दिसंबर के आसपास शिमला के ऐतिहासिक आइस स्केटिंग रिंक में ट्रायल्स शुरू हो जाते थे. लेकिन यह रिंक पूरी तरह से मौसम पर निर्भर है. ऐसे में खराब होने की वजह से ट्रायल नहीं हो पाया. ऐसे में आने वाले एक से दो दिनों में ट्रायल शुरू होंगे.
90 के दशक तक नेशनल चैंपियनशिप कर चुका है स्केटिंग रिंक, वर्तमान में भी बड़े स्तरों पर पहुंचें है यहां के प्रशिक्षित
उन्होंने बताया कि यहां प्रमुख रुप से लेजर स्केटिंग कराई जाती है. मगर इसके अलावा फिगर स्केटिंग, स्पीड स्केटिंग और आइस हॉकी भी यहां करवाई जाती है. उन्होंने बताया कि यहां 4 वर्ष की आयु के ऊपर के बच्चे आना शुरू कर सकते हैं उन्होंने कहा कि यहां से अब तक आई हॉकी में राष्ट्र स्तर पर बच्चे राज्य का प्रतिनिधि कर चुके हैं तो वहीं आइस हॉकी में दो बच्चे नेशनल स्तर पर जा चुके हैं. शिमला का यह ऐतिहासिक आइस स्केटिंग रिंक नेशनल चैंपियनशिप भी करता रहा है इसके अलावा क्लब की ओर से कहा गया है कि 90 और 80 के दशक में तो यहां इंटरनेशनल स्तर की भी गेम हुए हैं.
लंबे समय से चल रही आर्टिफिशियल रिंक बनाने की बात, टेंडर प्रक्रिया तक पहुंचा मामला बंधी है उम्मीद
मल्होत्रा ने बताया कि लंबे समय से इस क्लब की मांग आर्टिफिशियल रिंक बनाने की है ताकि यहां जो वेदर स्टेटिंग कराई जा सके. उन्होंने कहा हालांकि इस बार उनका प्रपोज टेंडर प्रक्रिया तक पहुंच गया है ऐसे में उन्हें जल्द उम्मीद है कि जल्दी ही इस पर काम होगा और शिमला आइस स्केटिंग क्लब को भी आर्टिफिशियल रिंक मिल सकेगा.
एक हादसे ने बनाया शिमला का यह ऐतिहासिक ओपन आइस स्केटिंग रिंक
शिमला आइस स्केटिंग रिंक की पैदाइश भी बेहद रोचक है. बताते हैं कि शिमला के स्थान पर अंग्रेज अफसर टेनिस खेला करते थे और यह रिंक उसे दौर में टेनिस कोर्ट हुआ करता था. एक रोज जब सुबह अंग्रेज अफसर टेनिस खेलने के लिए बाहर आए तो उन्होंने देखा कि यहां एक जगह पर पानी जम गया है इसके बाद उनके दिमाग में यहां आइस स्केटिंग शुरू करने का ख्याल है इसके बाद उन्होंने पूरे टेनिस कोर्ट को पानी से भर दिया और फिर पैदा हुई पूरे एशिया की पहली ओपन स्केटिंग रिंक.