क्या भूत प्रेत वास्तव में होते हैं…और अगर आप ये सोचते हैं और मानते हैं तो ये ही पूछेंगे की कैसे पता करें या घर में भूत-प्रेत होने के क्या लक्षण हैं ?
किए गए शोधों से ज्ञात हुआ है कि पूरे विश्व में अधिकतर घरों के स्पंदन विविध कारणों से नकारात्मक होते हैं । संदर्भ हेतु पढें : भूतावेशित घर अथवा वास्तु की आध्यात्मिक शुद्धि हेतु कौनसे उपाय किए जा सकते हैं ? इन अदृश्य शक्तियों का वास विचरण उनकी मृत्यु या पुरजन्मों के कर्म बंधन या अफलित इच्छाओं से होता है, किसी को भरी जवानी में चोट दुर्घटना से मृत्यु आ गई, किसी मानसिक दवाब में आत्महत्या कर ली, या किसी ने हत्या कर दी, तो अतृप्त और व्यथित आत्मा एकदम नया शरीर न मिलने के कारण भटकाव में चली जाती है
अपने साथ हुए दर्दनाक हादसे या अनहोनी को महसूस तो कर सकती है पर भूलोक या शारीरिक लोक में उस घटना पे कुछ न कर पाने से नकारत्मक हो जाती है …कोई किसी के कारन मानसिक दवाब झेलता हुआ मर गया, किसी की हत्या हो गई…किसी का अचानक से दुर्घटना में मारे जाना…ये सब अकारण हुई बातें आत्मा को भटकाने का काम करते हैं…इसलिए हिन्दू संस्कृति में इन सब अनहोनी घटनाओ का उपाए या यूँ कहिये आत्मा को शांत करने के हवन पूजा , पथ किये जाते हैं ताकि व्यथित आत्मा अपनी सद्गति को जाए और भटकाव में स्वयं अपने और दूसरों को कष्ट न दे !
ये नकारात्मक स्पंदन अनिष्ट शक्तियों तथा मृत पूर्वजों को आकर्षित कर घर को भूतावेशित करते हैं । घर को आविष्ट करनेवाली अनिष्ट शक्तियां तथा मृत पूर्वज घर में रहनेवालों को निरंतर कष्ट देते रहते हैं ।इसलिए यह आवश्यक है कि हम आविष्ट घर के लक्षणों को पहचान सके जिससे समस्या को समाप्त करने का हम उपाय कर सकें । केवल संत तथा अति विकसित छठवीं इंद्रिय की क्षमतायुक्त व्यक्ति ही वास्तव में समझ सकते हैं कि कोर्इ घर आविष्ट है अथवा नहीं । हमने घर के आविष्ट होने के कुछ लक्षणों को सूचीबद्ध किया है, जिससे उसमें भूत-प्रेतरहने के संदर्भ में ध्यान में आ सके ।भूत-प्रेत होने के लक्षण
- घर में वस्तुओं का गायब होना और पुनः मिलना
- घर में अपरिचित वस्तुओं का मिलना
- अकारण घर में संबंधो के क्लेश बढ़ जाना, बिना किसी कारण परिजनों का व्यवहार उग्र और नकारात्मक हो जाना
- घर के चारों ओर अनाकलनीय चिह उभरना, जैसे दीवार पर खरोंच के निशान, अलमारियों अथवा दीवारों पर भयानक चेहरे के निशान इत्यादि
- बिना किसी कारण के विचित्र ध्वनि सुनाइर् देना अथवा द्वार के खुलने बंद होने की आवाज सुनार्इ देना
- तापमान में अनायास ही परिवर्त्तन हो जाना – ७० प्रतिशत बार तापमान उष्ण तथा ३० प्रतिशत बार ठंडा हो जाना
- बिना किसी कारण के बत्तियों अथवा विद्युत उपकरण का बार-बार जलना-बंद होना अथवा काम न करना
- भ्रमणध्वनि (मोबार्इल) का काम न करना
- बार बार सफाई करने पे मकड़ी की जालों का बन जाना
- बार बार सोते हुए अचानक छाती पे दवाब महसूस करना, नींद में व्याकुलता भरी प्यास लगना, छह कर के भी उठ न पाना, अंग हाथ बाज़ू जकड़े होने का एहसास होना !
- बिना पानी के स्त्रोत या कारण न होते हुए भी दीवारों में सीलन और गीलापन आ जाना !
- सात्त्विक पौधों जैसे तुलसी का मुरझा जानाकुत्ते अथवा बिल्ली का रोना अथवा अकारण भौंकना
- अकारण पालतू जानवर जैसे बिल्ली का मर जाना
- पालतू कुत्ते का अकारण अपनी पूँछ दुबक के बेचैन होना
- बिना कारन घर में असहजता या घुटन महसूस करना
- किसी नवजात का अचानक नींद से जाग जाना और बिना कारन ज़ोर ज़ोर से रोना
- किसी स्त्री का एक ही घर में बार बार गर्भ पात होना
- असामान्य घटनाएं उदाहरणार्थ कीडे-मकोडों जैसे खटमल, लाल चीटीयां, तिलचट्टे अथवा चूहों का अनायास आक्रमण
- सफाई होते हुए भी घर में कभी कभी दूषित बदबू का महसूस होना.
- घर में अकारण अशांति तथा शत्रुता उत्पन्न होना
- घर में अकारण पुनः-पुनः रोग अथवा अन्य समस्याएं जैसे आर्थिक समस्या होना
- अकारण घर में लगातार मृत्यु होना
- किसी की उपस्थिति अनुभव हाेना
- कपडों, वस्तुओं अथवा फर्श पर अकारणरक्त के धब्बे दिखना
- कोर्इ निगरानी कर रहा है, ऐसा अनुभव होना
- कई बार अकेले होते हुए घर में डॉ लगना और कंपकंपी के साथ त्वचा पे बालों का खड़ा हो जाना
Author: Viral Bharat
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