हिमाचल में अब नशा माफिया की खैर नहीं. नशा कारोबारियों के खिलाफ हिमाचल ने पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर रोडमैप तैयार कर लिया है. सोमवार को चंडीगढ़ में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों और राजस्थान और यूपी के प्रतिनिधियों की केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ के प्रशासक के साथ बैठक हुई.
इस बैठक में हरियाणा के पंचकूला में एक सांझा सचिवालय गठित करने का फैसला लिया गया. जहां सभी पड़ोसी राज्य इसमें नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे. इसके अलावा अगली बैठक में उत्तर प्रदेश और दिल्ली को भी इस मुहीम के साथ जोड़ा जायेगा. इस सम्मेलन में सीएम जयराम ठाकुर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया. उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेना था, लेकि खराब मौसम के कारण वह बैठक में भाग नहीं ले सके.
जयराम ठाकुर के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि 4 राज्यों में मुख्यमंत्रियों की बैठक एक सही कदम है और पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर ही इस गंभीर समस्या का समाधान किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि विधानसभा में भी यह मसला पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा क्योंकि सरकार को इस मसले में अन्य राज्यों के कानून अध्ययन करके जल्द कानून बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वह खुद भी इस मसले में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से मिले थे और उनसे सरहदों पर चौकसी बढ़ाने की बात कही थी.
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि मादक पदार्थों का दुरूपयोग समाज के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है और इस सामाजिक बुराई से निपटने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाई जानी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मादक पदार्थों के तस्करों की लगभग 1,000 गिरफ्तारियां की गई हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार मादक पदार्थों का दुरूपयोग रोकने के लिए एक कार्यप्रणाली विकसित करने पर विचार कर रही है, जिसमें स्कूली विद्यार्थियों की नियमित तौर पर चिकित्सीय जांच की जाएगी, जिससे कि नशे के लक्षणों का पता लगा कर समय रहते निदान किया जा सके.
उन्होंने कहा कि नियमित तौर पर जांच को सुनिश्चित बनाया जाएगा, जिससे एक प्रभावी रणनीति बनाई जा सके. मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित सूचना के आदान-प्रदान के लिए एक प्रभावी प्रणाली का निर्माण किया जाना चाहिए, ताकि नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों को पकड़ा जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नशे का चलन बढ़ा है और ये सरकार के लिए चिंता का विषय बना है.
इसको लेकर राज्य सरकार ने अभियान भी चलाया था, लेकिन पड़ोसी राज्यों से हिमाचल में नशा तस्करी हो रही है. जिसको रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्री से बात की गई थी और उनसे सहयोग भी मांगा था. जिसके तहत आज बैठक हुई और उसमें ये तह हुआ की हर छह महीने में दोबारा से मुख्यमंत्री बैठक करेंगे जिसमें दिल्ली और उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे.
Author: Viral Bharat
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