भ्रम फैलाया जाता हैं की भाजपा आएगी और आरक्षण ख़तम कर देगी | Negative Role of Indian Indian Media in Politics against BJP
चुनावी माहौल में अगर कोई नेता कुछ भी बोल दे तो चाहे वह सही ही बोला हो तो उसका गलत मतलब निकाल के उसको टीवी पे परोसने वाली मीडिया तरह तरह के सवाल करने लगती हैं | अभी हाल ही में rss के नेता मनमोहन वैद्य के द्वारा दिए गए एक छोटे से बयान को ऐसे उछाला गया की जैसे उन्होंने क्या कह दिया हो | मनमोहन वैद्य ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कहा था की गरीबो और बंचितो को उनको अधिकार मिलना चाहिए लेकिन हर एक बयान को विवाद बना देनी वाली और टीआरपी की भूखी मीडिया ने कहा की बीजेपे शासक आरक्षण ख़तम करना चाहते हैं और गरीबो से उनका अधिकार छीनना चाहते हैं | हम आपसे पूछना चाहते हैं की आखिर ऐसे बयानों को विवादित तभी क्यों बनाया जाता हैं जब चुनाव आता हैं और ऐसा कौन सा बीजेपी शासित राज्य हैं जहाँ आरक्षण ख़तम कर दिया हो |
मध्यप्रदेश में पिछले दो पंचवर्षीय से शिवराज सिंह चौहान राज कर रहे हैं लेकिन वहां आरक्षण ख़तम नहीं हुआ बल्कि आये दिन वो गरीबो और आरक्षित वर्गों के लिए तरह तरह की योजनाये निकाल रहे हैं | मध्यप्रदेश की ही तरह गुजरात , राजस्थान , कर्णाटक , गोवा , छत्तीसगढ़ कई जगह बीजेपी की सरकार हैं और यहाँ तक की बीजेपी केंद्र मी भी हैं लेकी आज तक आरक्षण ख़तम करने के बारे में किसी का कोई बयान नहीं आया |
मीडिया क्यों करती हैं ऐसा –
आपको बता दे की जैसे जैसे चुनाव आता हैं वैसे ही हर बार मीडिया अपनी टीआरपी बढाने के लिए और विपक्षी दल सता पाने के लिए बीजेपी के बारे में तरह तरह की अफवाहे फैलाना शुरू कर देते हैं और कहने लगते हैं की बीजेपी आ जाएगी तो आरक्षण ख़तम हो जाएगा और दलितों से उनका अधिकार छीन लिया जाएगा | लेकिन ऐसा नहीं है , बीजेपी के शासित प्रदेश और केंद्र में किसी के भी अधिकार छीनने जैसी कोई चर्चा नहीं हो रही हैं और सबको साथ लेकर चलने की बात हमेशा होती हैं |
Author: Viral Bharat
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