उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को ज़्यादा सीटें दिलाने की बड़ी बड़ी लुभावनी बाते बता के सोशल मीडिया के सलाहकार बने प्रशांत किशोर अब नाकामी में घिरते नज़र आ रहे हैं, एक बार खाट सभा का आयोजन कर पूरे मीडिया में राहुल गाँधी को हंसी के पात्र बनवा दिया और उलटे सीधे मशवरे दे के पार्टी की किरकरी करवाने पे तुले हैं. कुछ कांग्रेस के वरिष्ठ लोगों ने प्रशांत किशोर को BJP के एजेंट की उपाधि दे दी है और आरोप लगाया है की वो BJP के एजेंट की तरह काम करते हुए कांग्रेस की लुटिया डुबोने वाले काम करवा रहे हैं !
UP चुनावो में कांग्रेस की हार दिखती देख अब कांग्रेस से पल्ला झाड़ना चाहते हैं प्रशांत किशोर. इसके लिए नए नए बहाने ढूढं रहे हैं, पर कोई युक्ति उनको नहीं सूझ रही की कैसे कांग्रेस को मिलने वाली हार से अपना दामन बचाया जाए. प्रशांत किशोर लखनऊ में हैं और वह अखिलेश यादव से मिलना चाहते थे, यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने कांग्रेस के यूपी चुनाव के रणनीतिकार प्रशांति किशोर से मिलने से मना कर दिया है.
प्रशांत किशोर 2014 से पहले मोदी की सोशल मीडिया टीम से भी जुड़े रहे, पर बाद में उचित सम्मान और स्थान न मिलने से मोदी से छिटक के नितीश कीउम्र के साथ हो लिए, और बिहार में नितीश कुमार की जीत के लिए सोशल मीडिया टीम खड़ी करने का काम किया. यदि यह कहें कि मोदी की सफलता के पीछे प्रशांत किशोर की ही पूरी रणनीति थी तो यह पूरी तरह सही नहीं होगा क्योंकि 2014 के लोकसभा चुनाव में एक तो पूरे देश में परिवर्तन की लहर थी, दूसरा मोदी के गुजरात मॉडल. बस प्रशांत किशोर को मोदी की लहर में अपना नाम चमकाने का मौका मिल गया.
फिलहाल कांग्रेस के सलाहकार बन के उन्होंने अपने गले में सांप डाल लिया है क्योंकि प्रशांत किशोर जानते हैं की राहुल गाँधी के कमज़ोर नेतृत्व के साथ कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में जीत दिलवाना लगभग असम्भव कार्य है !!
Author: Viral Bharat
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