May 3, 2024 12:54 am

योगी आदित्यनाथ ने किया बड़ा एलान, कहा अटल जी भारत में राष्ट्रवाद और हिंदुत्व की गरिमा थे…उनके महान कार्यों के लिए होगा ..

Yogi Adityanath on Atal ji

गुरुवार को अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व प्रधान मंत्री की राख उनके राज्य की हर प्रमुख नदी में विसर्जित की जाएगी। वाजपेयी जी के राष्ट्र निर्माण और उनके राजनीतिक करियर के लिए प्रशंसा करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि अटल जी दूरदर्शी, सम्यक दृष्टिकोण वाले नेता थे जिन्होंने भारत को शश्क्त बनाने में अभूतपूर्व योगदान दिया और देश में राजनीतिक स्थिरता लाई है।

अटल जी सही मायनो में ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने व्यक्तिगत हित के बजाय राष्ट्रीय हित में काम किया, उन्होंने हमारे देश को परमाणु शक्ति बनाने में कोई कसार नहीं छोड़ी. योगी आदित्यनाथ ने एएनआई को बताया और शुक्रवार को राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया. “अटल जी का गुजरना मेरे लिए एक निजी और अपरिवर्तनीय नुकसान है। अटल जी की मेरे पास अनगिनत यादगार यादें हैं। वह मेरे जैसे कार्यकर्त्ता के लिए एक प्रेरणा के सर्वोपरि गुरु थे । मैं विशेष रूप से उनको उनके राष्ट्रवाद, दूरदर्शी सोच, विलक्षण बुद्धि और और देश हित के उत्कृष्ट कार्यों के लिए याद रखूँगा ! सारा देश अटल जी के योगदान का ऋणी है, उनकी सोच और राष्ट्र के प्रति समर्पण का कोई सांई नहीं था..

वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. वाजपेयी 3 बार प्रधानमंत्री रहे. वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी. 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीनों तक चली थी. 1999 में वाजपेयी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 5 सालों का कार्यकाल पूरा किया. 25 दिसंबर 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी कई सालों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लाल कृष्ण आडवाणी सहित भाजपा और अन्य पार्टी के नेता उनका हालचाल जानने एम्स पहुंचे थे।

अटल जी का मानना था कि देश के विकास का केंद्र बिन्दु ग्रामीण भारत ही हो सकता है। इसलिए उन्होंने पीएम रहते हुए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को मूर्तरूप दिया। जिससे कि देश के ग्रामीण इलाकों को पक्के मार्गों से जोड़ा जा सका। उन्होंने राजनीति को  समावेशी स्वरूप प्रदान करते हुए देश में व्याप्त राजनैतिक अस्थिरता के माहौल को स्थायित्व में परिवर्तित किया था। राजनीति में आने से पहले अटल जी पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय थे। उन्होंने ‘राष्ट्रधर्म’, ‘पांचजन्य’ और ‘वीर अर्जुन’ आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा अटल जी नैतिकता और सादेपन की सबसे बड़ी मिसाल थे, वो हमेशा देश के युवाओं और आने वाली भावी पीढ़ी को देश के प्रति समर्पण और त्याग के प्रति प्रेरित करते रहेंगे !

पूर्व प्रधान मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुलपति अटल बिहारी वाजपेयी को शुक्रवार को स्मृति स्टाल में पूर्ण राज्य सम्मान के साथ संस्कार किया गया था। वाजपेयी की पालक बेटी नमिता भट्टाचार्य ने अंतिम संस्कार की ज्योति जलाई, जबकि अटल बिहारी वाजपेयी के गिलास ताबूत के चारों ओर लिपिक ट्राइकलर को उनकी पोती निहारिका को सौंप दिया गया।

 

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Author: Viral Bharat

From the desk of talentd writers of ViralBharat.Com

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