यूपी 2012 – 2017 : मस्जिदे , मदरसे और हज हाउस बनते रहे और मंदिर टूटते रहे
यूपी में पिछले पांच साल सपा की सरकार रही जिसके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे और उन्होंने अपने बयानों में सबको साथ लेकर चलने की बात कही लेकिन उनकी हकीकत क्या हैं शायद ही कोई जानता हो | हिन्दुओ को विकास का पहाडा पढाने वाले अखिलेश ने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान कई मंदिर गिरवाये और कई मंदिरों की घंटियों को बंद कराया लेकिन इसके अलावा उन्होंने कई सारी मस्जिदों , हज हाउस , और मदरसों का निर्माण करवाया जिससे उनके विकास का इरादा साफ़ पता चलता हैं |
इतिहास गवाह है, की उत्तर प्रदेश की अधिकतर पुरानी मस्जिदें या तो ऐतेहासिक मन्दिरों को तोड़ के बनाई गई हैं, या फिर मंदिरों के आसपास की जमीन कब्ज़ा के खड़ी हुई हैं और ये सिलसिला बदस्तूर जारी है !
अखिलेश यादव ने गाजियावाद में विश्व का सबसे बड़ा हज हाउस बनवाया जिसमे 1300 करोड़ खर्च हुए और इसके अलावा अलीगढ में चार और मुजफ्फरनगर में दो और सुल्तानपुर में एक मस्जिद बनवाई जबकि लखनऊ में उन्होंने सात मस्जिदें बनवाई |
कई मंदिर भी तोड़ दिए –
जाहिर हैं की अखिलेश सरकार ने कई सारे मंदिरों को तोडा जिसमे की बनारस के चार , गाजीपुर के नौ और बालियाँ के तीन मंदिर शामिल हैं | इसके अलावा अखिलेश ने कई सारी मंदिरों में घंटी बजने पर भी रोक लगा दी | अखिलेश ने सैकड़ो रामभक्तो पे गोली चलवाई और लेकिन मीडिया उनका आकड़ा सिर्फ 25 बता रहा हैं जो की गलत हैं |
अखिलेश सरकार के समय जो भी दंगे हुए उसमे मरते तो हिन्दू परिवार लेकिन मुआवजा मुस्लिम परिवारों को मिलता और दंगे के दौरान सबसे ज्यादा हिन्दुओ को गिरफ्तार किया गया लेकिन मुसलमानों को आंच नहीं दी | उनके मंत्री आजमखान के रामपुर सुन्दरीकरण के लिए दलित हिन्दुओ की बस्ती को तुडवा दिया गया लेकिन कोई प्रभाव नहीं पड़ा |
यूपी में जिस तरह से अखिलेश सरकार ने मुस्लिमो का साथ दिया हैं उसे देख के लगता हैं की आने वाले साल में ये सरकार आई तो निश्चित रूप से यूपी में सभी मंदिरों को तोड़ दिया जाएगा और उनका आस्तित्व ख़तम हो जाएगा |
Author: Viral Bharat
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