हिमाचल/शिमला :
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के मेहली-जुन्गा रोड पर लैंडस्लाइड की एक बड़ी घटना सामने आई है। दो मजदूर लैंडस्लाइड की चपेट में आने से दब गए। इनके शव निकाल लिए गए हैं। अश्वनि खड्ड में एक स्टोन क्रशर के समीप हुए इस हादसे में वहां मौजूद पांच अन्य मजदूर बाल-बाल बच गए। घटना छोटा शिमला थाना के अंतर्गत अश्वनी खड्ड के पास सामने आई। पुलिस के मुताबिक स्टोन क्रशर के पास पहाड़ी से भारी लैंडस्लाइड आया जिसमें मजदूरों की झोपड़ी ढह गई और मलबे में दबने से 2 लोगों की मृत्यु हो गई और 05 लोग बच निकले। बताया जा रहा है घटना मंगलवार सुबह 4 बजे की है, क्रशर की साइट पर हुए इस लैंडस्लाइड से हड़कम्प मच गया और भारी-भरकम पत्थरों की चपेट में आकर दो मजदूर मलबे के नीचे दब गए। वहीं पांच अन्य मजदूरों ने भागकर जान बचाई। हादसे के तुरंत बाद पुलिस व प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
उपायुक्त शिमला ने भूस्खलन की घटना के बचाव कार्य का लिया जायजा
उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने मेहली-जुन्गा रोड पर हुई भूस्खलन की घटना की सुचना मिलते ही प्रातः काल तुरंत मौके पर पहुँच कर घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया।
घटना की सूचना मिलते ही बचाव कार्य के लिए पुलिस, अग्निशमन, एसडीआरएफ और होम गार्ड की टीम मौके पर पहुँच गई। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने अग्निशमन और होम गार्ड के जवानों के सहयोग से लगभग एक घंटे में ही मृतकों के शवों को मलबे से बरामद किया। मृतकों की पहचान 34 वर्षीय राकेश और 36 वर्षीय राजेश कुमार निवासी बिहार के रूप में हुई है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी शिमला भेजा गया है। इसके अतिरिक्त, घायलों में 18 वर्षीय राहुल कुमार, 42 वर्षीय मेघ साहनी, 35 वर्षीय बैजनाथ राम, 45 वर्षीय अशोक राम निवासी बिहार और 20 वर्षीय टोनी कुमार निवासी चम्बा शामिल हैं। जिला प्रशासन द्वारा मृतकों और घायलों को अंतरिम राहत प्रदान कर दी गई है।
उपायुक्त ने घायलों से की मुलाकात
उपायुक्त ने घटना में सुरक्षित निकले मजदूरों से बातचीत की और उनके साथियों की इस हादसे में मृत्यु हो जाने पर उन्हें ढांढस बंधाया। उपायुक्त ने पुलिस, एसडीआरएफ, फायर और होम गार्ड के बचाव कार्यों में बेहतर प्रयासों की सराहना की।